
जनभागीदारी से जीवित हुई मृत मछवासा नदी, बांध बनने से हुआ जल भराव
Pipariya
साल भर सेवाभावी संगठनों ने नदी को साफ स्वच्छ बनाया फिर शासन से मिले अनुदान से तैयार किया पक्का डैम
पोसार पिपरिया के दौर में शहर किनारे से निकली पासा मछवासा नदी आज नगर में फिर से कल कल करती बह उठी। यह अपने आप नही बल्कि जनभागीदारी से मृत नदी को जीवन दान मिला है। भागीरथी प्रयास में पूरे नगर के स्कूली छात्र छात्राओं,सरकारी विभाग,धार्मिक,सामाजिक संगठनो का उल्लेखनीय योगदान रहा। किसी ने सोचा नही था देख रेख के अभाव में गंदा नाला बन चुकी मछवासा नदी में कभी कोई सुधार होगा। पूर्व एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ने गर्मी के दौर में जल संकट की आहट से नगर वासियों को जगाया वही मृत पड़ी मछवासा को जनभागीदारी से जीवित करने का आव्हान किया। एसडीएम श्री रघुवंशी के आव्हान को नागरिकों ने अभियान बना दिया। तन,मन और धन से लोगों ने नदी को जिंदा करने अपना सार्थक योगदान दिया। नदी को साफ स्वच्छ कर उसकी पिचिंग तैयार करने के बाद नदी के बीच पक्का सीमेंट कांक्रीट का लंबा बांध निर्माण काराया गया। जनभागीदार और सरकार के आर्थिक सहयोग से करीब 78 लाख में डैम बनकर तैयार हो गया। बारिश में इस डेम से बहता पानी और नदी में हुए जल भराव को देख श्रमदान करने वाले को काफी सुकून मिला वही शहर वासियों ने सार्थक प्रयास को काफी सराहा। पूर्व एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ने नदी के किनारे पार्क,प्लांटेशन,चौपाटी आदि तैयार करने की कार्ययोजना भी तैयार की है इस पर वर्तमान प्रशासनिक अधिकारियों को अमल करना है देखना होगा वे इस जनहितैषी काम को आगे बढ़ाते है या नही।