
शासकीय महाविद्यालय डोलरिया में पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का हुआ आयोजन
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम _ शासकीय महाविद्यालय डोलरिया में पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया, कार्यशाला एवं प्रदर्शनी के रूप में औषधीय वाटिका का विधिवत शुभांरभ विधायक प्रेमशंकर वर्मा के करकमलो द्वारा डॉ. श्रीमती कामिनी जैन प्राचार्य शासकीय अग्रणी गृहविज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय नर्मदापुरम एवं डॉ. मोहरसिंह हिण्डोलिया प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय डोलरिया के मार्गदर्शन में किया गया ।
जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी चंदन सिंह परिहार, अनिल बुंदेला, योगेन्द्र भदौरिया, दीपेन्द्र भदौरिया, सत्यनारायण परिहार एवं शासकीय उ.मा.वि. डोलरिया के प्राचार्य प्रभात दुबे की गरिमामय उपस्थिति रही ।
यह कार्यशाला सतत़ जीवन शैली विषय पर आयोजित थी इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता के रूप में सुश्री सारिका घारू स्वीप ऑइकान विज्ञान प्रसारिका ने सतत जीवन शैली के महत्व को रेखांकित करते हुए पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण को अनिवार्य माना ।
इस कार्यशाला के द्वितीय मुख्य वक्ता डॉ. रवि उपाध्याय विशेषज्ञ जैव विविधता एवं प्राध्यापक शासकीय पीएमसीओई नर्मदापुरम ने सतत जीवन शैली के महत्व को बताते हुए स्पष्ट किया कि पर्यावरण के अनुकूल जीना ही सतत जीवन शैली है जिसमें उर्जा की बचत, जल संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा जैसी गतिविधियां शामिल है सतत जीवन शैली अपनाने से हम पर्यावरण को बचा सकते है और आने वाली पीढ़ियों के लिए संसाधनों को सुरक्षित रख सकते है ।
साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित मनीष चौधरी विशेषज्ञ जैविक खेती ग्राम सेमरी खुर्द तहसील डोलरिया ने जैविक खेती की आवश्यकता और महत्व को रेखांकित करते हुए बताया की जैविक खेती से पर्यावरण संरक्षण होता है यह पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है साथ ही जैविक खेती से न केवल मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है साथ मानव स्वास्थ्य को भी फायदा होता है ।
मुख्य वक्ताओं के विचारों से आयोजित कार्यशाला अपने वांछित उद्देश्यों को प्राप्त् करने में सफल हुई वक्ताओं ने न केवल अपने विचार रखे वल्कि उपस्थित जन समूह एवं विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिवनीमालवा विधायक ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों में खेल की भावना को बढ़ाने के लिए कब्बडी मेट एवं महाविद्यालय के प्रांगण हेतु पेविल ब्लॉक के साथ ही महाविद्यालय स्तर से विश्वविद्यालय स्तर में चयनित खेल प्रतिभावान विद्यार्थियों को पांच-पांच हजार रूपये देने की घोषणा की, मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में इस अवसर पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के ऊपर एक नुक्कड नाटक का मंचन भी किया गया ।
शासकीय उ.मा.वि. डोलरिया के शिक्षक मुकेश शुक्ला, सोलंकी मेडम के नेतृत्व में विद्यालय के विद्यार्थी एवं महाविद्यालय से डॉ. विनोद राय, डॉ. वन्दना नामदेव, डॉ. शैलेन्द्र कुमार मालविया, गौरव वर्मा, और कुलदीप सिंह भदौरिया एवं सहयोगी की भूमिका में महाविद्यालय के कर्मचारी अखिलेश कुमार मेहरा, राकेश राजपूत, शुभांशु गौर, अंशुल राजपूत एवं मंगल मैना भी उपस्थित रहे ।
महाविद्यालय में प्रदर्शनी हेतु वाटिका तैयार की गई जिसमें विभिन्न औषधीय पौधों का रोपण किया गया ।
महाविद्यालय के प्राचार्य महोदय डॉ. मोहरसिंह हिण्डोलिया ने विद्यार्थियों और उपस्थित जन समूहों के लिए न केवल इस कार्यशाला के महत्व को बताया साथ ही पर्यावरण संरक्षण की अनिवार्यता को भी रेखांकित किया ।
कार्यक्रम का संचालन ईईपी प्रभारी डॉ. पंकज साहू एवं डॉ. कृष्णा राय के द्वारा किया गया ।