
एक तरफ जागरूकता अभियान वही दूसरी तरफ ओवरलोड वाहन ले रहे आम जन की जान, कचरा गाड़ी से ले गए शव को अस्पताल, धन्ना सेठों की कठपुतली बना प्रशासन
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम _ प्रदेश की मोहन सरकार लगातार अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने विभिन्न प्रकार के आयोजन कर इसे रोकने में प्रयासरत है, इसी आदेश के तहत प्रदेश सहित जिले भर में विशेष मुहिम के अंतर्गत वाहनों पर प्रकार की कार्रवाई भी की जा रही है, मगर शहर के कुछ धन्ना सेठ ना जाने क्यों इन प्रशासनिक अधिकारियों पर हावी होते नजर आ रहे, जिसका खामियाजा गरीब भुगत रहे है ।
शनिवार को इसी लापरवाही का नतीजा एक आम नागरिक गरीब मजदूर पर कहर बनकर छा गया और इसकी सजा उसमें अपनी जान देकर चुकाई ।
आपको बता दे कि पिपरिया शहर में ओवरलोड वाहनों से लगातार हादसे बढ़ रहे हैं, सरकार द्वारा जो ट्रैक्टर ट्रॉली किसानों के लिए उपलब्ध कराई गई है वही बड़े बड़े धन्ना सेठ अपनी मिलो, फैक्ट्रियों पर काम में कर रहे हैं उपयोग जो गलत है इसमें स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता, दूसरी तरफ परिवहन विभाग भी शहर ने आकर कार्यवाही करते दिख तो जाते हैं लेकिन ओवरलोड वाहनों का इन्हें ना दिखना कही न कहीं इनकी कार्यवाही पर भी सवाल खड़ा कर रहे, अगर समय कार्यवाही हो जाती तो गरीब मजदूर की जान बच जाती मगर एक लापरवाही बड़ा सवाल करती नजर आई, वही स्थानीय प्रशासन द्वारा गरीब मजदूर के शव को कचरा गाड़ी से ले जाना कही ना कही गरीब मजदूर के शव के प्रति उदासीनता बड़ी शर्मनाक है, इसको लेकर मजदूर वर्ग कड़ी निंदा कर रहा है ।
अब देखना होगा कि ये प्रशासनिक अधिकारी यातायात व्यवस्था को लेकर किस प्रकार की कार्रवाई धन्ना सेठों पर करते है या पहले अन्य मामलों की तरह यह मामला भी कागजों के बीच दबकर रह जाएगा ।