नर्मदा बचाओ जल बचाओ

गोपाल राठी वरिष्ठ नागरिक एवं समाजसेवी

 

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मध्यप्रदेश की जीवन रेखा और जल की अक्षय स्रोत रही नर्मदा आज संकट में है l उसके प्राकृतिक मार्ग को जगह जगह रोककर बांध दिया गया है l रेत उत्खनन ने नर्मदा मैया की छाती को छलनी कर दिया है l नर्मदा तट पर बसे नगरों के सभी गंदे नाले और नालियां नर्मदा को प्रदूषित कर रहे है l नर्मदा की भक्ति के नाम पर छोड़ा गया प्लास्टिक पॉलीथिन रबर थर्मोकोल ,मुंडन के बाल सहित तमाम किस्म का कचरा नर्मदा की सेहत की लिए घातक सिद्ध हो रहा है l पेयजल के लिए महानगरों नगरों और कस्बों के लिए नर्मदा से लिए जा रहे पानी से नर्मदा की जलराशि में निरंतर कमी होती जा रही है l नर्मदा की शिरा समझी जाने वाली नर्मदा की सहायक नदियों का निधन हो गया है l कुल मिलाकर नर्मदा आज अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है l

 

विश्व जल दिवस पर हमारा यही संदेश है कि नर्मदा ही नहीं किसी भी नदी के प्राकृतिक स्वरूप से छोड़छाड़ करना गलत है l इसके दूरगामी परिणामो से आने वाली पीढ़ियां प्रभावित होंगी l

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