नगर पालिका आमला में स्थाई उपयंत्री नहीं होने से कार्य हो रहा प्रभावित _ कलेक्टर से की मांग
आमला _ नगर पालिका में स्थाई उपयंत्री नहीं होने से नपा के निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे है, नपा उपयंत्री चक्रेस जैन के रिटायरमेंट होने के बाद नपा में स्थाई उपयंत्री नहीं है जिसके कारण शहर के विकास कार्य नहीं हो पर रहे है जिसको लेकर नपा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पार्षद द्वारा जिला कलेक्टर से मिले और नपा में हो रही समस्याओ से कलेक्टर को अवगत कराया ।
पूर्व नपा अध्यक्ष मनोज मालवे, नपा अध्यक्ष नितिन गाडरे, नपा उपाध्यक्ष किशोर माथनकर सहित पार्षदगण ने आज जिला कलेक्टर अमणवीर सिँह बैस को 4 बिन्दुओ का आवेदन देकर समस्याओ से अवगत कराया नपा अध्यक्ष ने दिए आवेदन में बताया की नगर पालिका आमला में लगभग 2 माह पूर्व नवीन परिषद का गठन हो चुका है परिषद के सुचारू संचालन हेतु समस्याएं आ रही है जिसमें नगर पालिका आमला में 31 जनवरी 2022 से तत्कालीन उपयंत्री की सेवानिवृत्ति के बाद उपयंत्री का पद रिक्त है. जिसके कारण शहर के विकास कार्य को करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष ने मांग की है कि जिले की अन्य निकाल से एक उपयंत्री की सेवाएं हेतु आदेश करने का कष्ट करें वही विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत लगभग 25 लाख की राशि की स्वीकृति निर्माण कार्य भूमि विवाद होने से निरस्त योग्य है उन कार्यों के स्थान पर उक्त राशि अन्य निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत करने की मांग भी की है नगर पालिका में फंड की कमी के चलते विकास कार्य प्रगति नहीं पकड़ पा रहे हैं ।
जिसको ध्यान में रखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष नितिन गाडरे, नपा उपाध्यक्ष किशोर माथनकर जिला कलेक्टर से खनिज मद से नगर पालिका आमला का निर्माण कार्य हेतु 25 लाख रुपए उपलब्ध कराने के मांग की है वर्तमान नगर पालिका कार्यालय के पास पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से काफी अव्यवस्था का आलम देखने को मिलता है जिसको देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष उपाध्यक्ष द्वारा जिला कलेक्टर से नगरपालिका परिषद आमला को नवीन कार्यालय भवन के निर्माण एवं पार्किंग हेतु तहसीलदार आमला के माध्यम से भूमि की मांग की गई है, मद-नजूल सराय भूमि, शीट नं- 01, प्लाट नं.- 70, एरिया-28224 ( 2623 वर्गमी.) जिसकी स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है ।
विधायक अपने अस्पताल में व्यस्त जनता त्रस्त :- मनोज मालवे
आमला सारणी विधानसभा के विधायक योगेश पण्डाग्रे को क्षेत्र की जनता से कोई सरोकार नहीं है, क्षेत्र की जनता विकास कार्य नहीं होने से परेशान है और किसान लिम्पी जैसी बीमारी से किसान के जानवरो को लिम्पी बीमारी से मर रहे है क्षेत्र में लिम्पी की बीमारी से निजात पाने इंजेक्शन नहीं मिल रहे है लेकिन क्षेत्रीय विधायक को अपने अस्पताल से फुर्सत नहीं है, विधायक के दर्शन को क्षेत्र की जनता तरस रही है लेकिन विधायक योगेश पण्डाग्रे सारे कार्य अपने अस्पताल से ही संचालित कर रहे है और जनता को अपनी समस्या बताने जिला मुख्यालय के चककर काटने पड़ रहे है जिससे जनता को अधिक आर्थिक व्यय करने पर मजबूर होना पड़ रहा है ।