नसबंदी ऑपरेशन के बाद सरकारी अस्पताल में महिलाओं को नहीं मिले पलँग
दर्द से कराहती 6 महिलाओं को परिजनों ने जमीन पर लिटाया
सोहागपुर / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनियमितताओं को लेकर शिकायते आना आम हो गई है। आए दिन अस्पताल में आने वाले मरीजों द्वारा आने मितताओं की शिकायत की जाती है परंतु उच्च अधिकारियों द्वारा किसी भी शिकायत पर ध्यान देते हुए उनका निराकरण नहीं किया जाता है।O
आज मंगलवार को सोहागपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए गए। ऑपरेशन होने के पश्चात कई महिलाओं को नीचे जमीन पर ही लिटा दिया गया। नसबंदी करवाने वाली 15 महिलाओं में से 6 महिलाओं को बेड ना मिलने के बाद जमीन में लिटाया गया । यही नहीं नसबंदी करवाने वाली महिलाओं के साथ आए परिजन ही महिलाओं को ऑपरेशन के लिए ले जाते वह लाते हुए देखे गए इसके पश्चात पलंग नहीं मिलने पर वे महिलाओं को जमीन में लिटाते हुए देखे गए ।
एक और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लाडली बहन योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई इसलिए प्रयास किया जा रहा है इसके अलावा भी कई सुविधाएं महिलाओं को दी जा रही हैं। परंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना और व्यवस्थाओं को ठेंगा दिखाने वाले कारनामे होने बाद जब मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा चीफ बीएमओ डॉक्टर संदीप किरकेट्टा से घटना की जानकारी लेनी चाही तो उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं हुआ । कॉल रिसीव ना करने की स्थिति में मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश देहलवार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि में बात करता हूं।