आखिर क्यू डर रही हैं भाजपा निशा बांगरे से
( ओकेश नाइक जिला ब्यूरो चीफ बैतूल )
आमला _ बैतूल जिले बहुचर्चित सीट आमला विधानसभा की कहानी, जब 23 / 10 / 2023 सोमवार को शाम 5 बजे से पहले इस्तीफा स्वीकार कर लिया था तो आखिर इस्तीफा का आदेश देने में देरी किस बात की थी क्या भाजपा में इतना डर पैदा हो गया कि एक महिला से डर गई और भोपाल की मीडिया साथ ही मंडल के लोग बार-बार भाजपा के बड़े नेताओं को फोन करके बात किया पर किसी एक भी नेता ने फोन नहीं उठाया चुप्पी साद रखी थी ना ही जवाब दिया और ना फोन रिसीव किया, दिनांक 24 /10 / 2023 को और निशा बांगरे को करीब 1:00 बजे पता चला कि इस्तीफा स्वीकार हो गया क्या भाजपा यही चाह रही थी पहले आमला की दावेदारी करने वाले को टिकट वितरण हो जाए इसके बाद में इस्तीफा दिखाया जाएगा ऐसा सब कुछ नहीं है, आमला सारणी विधानसभा की जनता ने मन बना लिया है हम सत्य को जीता कर रहेंगे एक महिला के साथ जो अन्याय हुआ उसे आमला सारणी की विधानसभा की जनता ही न्याय दिलाएंगी यह सत्य की जीत है और सत्य कि होती है और असत्य कि पराजय होती है दुर्घटना से देर भली अब देखना होगा कि बी फार्म किसके नाम से आता है यह भी एक मध्य प्रदेश में आमला का नाम सबसे ऊपर चल रहा है आखिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ तो सबके नाथ है तो भाजपा कहां टिक पाएंगी अब देखना यह होगा आमला सारणी विधानसभा में जो रोश था यह भी खत्म हो गया और निशा बांगरे को नहीं जिता रहे वह जनता सिर्फ सत्य को जिता रहे और सत्य के साथ नहीं है 5 साल खत्म होने पर जागे नेता और नेत्री जागे ।
सूत्रों से मिली जानकारी मंडलों को ढोल मंजीरे बांटे इससे कुछ नहीं होने वाला 4 साल से सोए थे जब चुनाव आए तब नेता और नेत्री जहां-था अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही महिलाओं के बीच गरबा, हल्दी, कुमकुम का सहारा भी लिया हैं उससे भी काम नहीं चलेगा महिलाएं भी इतनी अनपढ़ नहीं है जितनी आमला की जनता को समझ रहे हैं इसका भी हिसाब होगा ।