
पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच झल्लार मेंढा के 14 मजदूर महाराष्ट्र नजरपुर से पैदल ही निकल पड़े हैं और अपने घर जा रहे हैं। ये लोग दो दिन में सातनेर पहुंचे हैं।
रिपोर्टर प्रमोद सोनी विक्की धाकड़- आठनेर
पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच झल्लार मेंढा के 14 मजदूर महाराष्ट्र नजरपुर से पैदल ही निकल पड़े हैं और अपने घर जा रहे हैं। ये लोग दो दिन में सातनेर पहुंचे हैं।
कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे के चलते देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन कर दिया गया है। ट्रेन और बस सेवा बंद होने के बाद झल्लार मेंढा के 13 मजदूर महाराष्ट्र नजरपुर से पैदल ही निकल पड़े हैं। अपने घर जा रहे ये मजदूर दो दिन पैदल चलकर ये सातनेर तक पहुंचे हैं। अभी भी इन्हें लगभग 70 किलोमीटर का रास्ता तय करना है। भूख-प्यास से इन सभी की हालत खराब है।
लॉकडाउन के बाद
में खेतो में काम करने वाले 13 मजदूर कई दिक्कतों का सामना करते हुए शुक्रवार को ये सातनेर पहुंचे। इनमें से एक मेंढा निवासी दिनेश पिता सुकराम ने बताया कि एक महीने पहले अपने 13 साथियों के साथ चना काटने व खेतो में काम करने के लिए गया था। अभी 10 दिन ही हो पाए थे कि सरकार के आदेश से बंद कर दिया कोरोना के संक्रमण के डर से हम महाराष्ट्र से घर के लिए निकले मगर सब जगह कर्फ्यू लगा हुआ है। इस कारण कोई वाहन नहीं मिला तो हैम पैदल ही चल पड़े ।
रास्ते में खाने-पीने का सामान न मिल पाने की वजह से भूखे पेट चल रहे हैं। रास्ते में जो मिल जाता है, उसी से पेट भर लेते हैं।
ग्राम पंचायत सातनेर के द्वारा गांव के बाहर प्राथमिक शाला में रुकवाकर उनकी भोजन व्यवस्था और कोरोना की जांच के बाद उन्हें वाहन की व्यवस्था करवाकर उन्हें झल्लार थाना भेज दिया गया।