मां रेणुका मंदिर जो कि प्राचीन में होती है मनोकामना पूरी_ मंदिर निर्माण के लिए हुआ भूमिपूजन
आमला _ आमला शहर के 8 किलोमीटर दूर मां रेणुका मंदिर जो कि प्राचीन और बहुत प्रसिद्ध मंदिर है 1631 ईस्वी में इसकी स्थापना की गई बहुत दूर-दूर से महाराष्ट्र से राजस्थान से दिल्ली से और भी शहरों से आस्था वादी लोग इस मंदिर में आते हैं और अपनी मनोकामना रखते हैं उनका माता जी के प्रति बहुत ही आस्था और विश्वास है लोगों का कहना है कि विगत 20 वर्ष पूर्व नवरात्र में माता रानी ने एक बालिका के रूप में दर्शन दिए थे ।
पंडित जी का कहना है कि माताजी तीन रूपों में वहां विद्यमान है सुबह कन्या के रूप में दोपहर में माताजी के रूप में और शाम को बूढ़ी माता के रूप में दर्शन देती है वही छोटी रेणुका माता है जो इन की छोटी बहन है लोगों को कहना है कि उन्होंने भी कन्या व सर्फ के रूप में इच्छा वल में दर्शन दिए हैं ।
आमला नगर वासी और आंवला क्षेत्र के सभी रहवासी माता रानी के प्रति बहुत आस्था और विश्वास है नवरात्र में माता रानी के दर्शन के लिए अन्य शहरों से लोग आते हैं और यहां बड़े-बड़े भंडारे माता रानी की कृपा से की जाते हैं आज छोटी माता रेणुका के मंदिर निर्माण के लिए श्रीमती निशा बागरे डिप्टी कलेक्टर द्वारा भूमि पूजन किया गया और मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया इसमें आमला नगर के रहवासी पंडित कुंभार देशमुख, संदीप सिसोदिया, धनंजय ठाकुर, पप्पू राजपूत, जीवन ठाकुर, भूषण सोनपुर, बबलू ठाकुर, श्रीमती प्रतिभा ठाकुर, सुशील पवार के साथ सभी नगरवासी वहां उपस्थित थे, सभी के सहयोग से यह कार्य प्रारंभ किया गया है और सभी के सहयोग से यह कार्य संपूर्ण होगा ।