गांवों में वैक्सीनेशन की जागरुकता की कमी – वैक्सीनेशन सेंटर पर कर्मचारी बुलवा रहे वैक्सीन लगवाने
शोभापुर – कोविड 19 के चलते हर स्तर पर हर तरह के प्रयोग कर करके पिछले 1 वर्ष से पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है, जब देश मे वैक्सीन उपलब्ध नही थी तब वैक्सीन के लिए सरकार पर दबाव था और आज जब वैक्सीन उपलब्ध है तो लगवाने वालो को प्रशासन स्तर पर प्रेरित कर पाने में जैसी चाहिए वैसी सफलता नही मिल रही है ।
बुधवार और शनिवार को शोभापुर में 45 प्लस वालों को और 18 प्लस वालों को वैक्सीन लगवाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है, लेकिन देखा जा रहा है कि वैक्सीन लगवाने वालो में दिलचस्पी नही दिखी, इसके पीछे विभिन्न कारण हो सकते है उनमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर प्रचार प्रसार भी नही किया गया वहीं अनलॉक की स्थिति में दुकानदारों को वैक्सीन लगवाना अनिवार्य था उसको भी अमली जामा नही पहना पाए ।
टीकाकरण केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग का अमला इंतजार करता है जब तक कि 10 लोग वैक्सीन लगवाने वाले ना एकत्र हो जाएं और इस स्थिति में प्रयास करने के मामले वो टस से मस नही होते है, क्या इस स्थिति में वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा कर पाने में यह विभाग समर्थ हो पायेगा देखने वाली बात होगी ।
बुधवार को शोभापुर में 4:30 बजे डिब्बा खोला गया उसके पहले 1-2 लोग बिना वैक्सीन के ही लौट गए और 5:30 तक वैक्सीन लगवाने में मामले में सिर्फ 10 लोगो को वैक्सीन लगायी जा सकी । वहीं इस वैक्सीनेशन में दूसरे डोज वालो को 84 दिन का लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है जो कि कहीं ना कहीं शासन प्रशासन की व्यवस्थाओं पर भी संदेह पैदा करता है ।