कोरोना की ग्रामीण क्षेत्र में दस्तक प्रशासन अलर्ट मोड पर- क्या पहले नही हो सकती थी व्यवस्था
कोरोनावायरस ने शोभापुर ग्राम में ऐसी दस्तक दी है कि ग्राम में पिछले 12 से 15 दिनों में हर दिन तीन से चार लोगों की मृत्यु हो रही है मौतों का यह परसेंटेज लगातार बढ़ता ही जा रहा है यहां तक की एक परिवार को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है शव मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए कोई सहयोग प्रदान नहीं कर रहा जनप्रतिनिधियों को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए और शव को मुक्तिधाम तक पहुंचाने की व्यवस्था बनाना चाहिए मुक्तिधाम में भी जगह की कमी की वजह से अंतिम संस्कार करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहां भी कुछ ऐसी व्यवस्था बनाएं जिससे अंतिम संस्कार समय पर हो सके एक गरीब व्यक्ति को जिसके पास खाने पीने की व्यवस्था भी नहीं है वह बिचारा अकेला यहां वहां से लकड़ी और कंडे की व्यवस्था कर के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूर्ण करता है पंचायत द्वारा मुक्तिधाम में कुछ इस प्रकार की व्यवस्था बनाई जाए कि लकड़ी व अन्य सामग्री की व्यवस्था वहीं पर उपलब्ध हो तो संबंधित व्यक्ति को अंतिम संस्कार करने में सुविधा होगी क्योंकि जिस परिवार में यह घटना होती है वह बिचारा क्या-क्या करेगा पहले आस पड़ोस के लोग यह सारी व्यवस्थाएं कर देते थे। वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण आस पड़ोस के लोग यह व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं बजय है। कोरोनावायरस क्योंकि शंका की कोई दवा नहीं होती एक नॉर्मल डेथ को भी लोग करोना से जोड़ देते हैं इस वजह से संबंधित व्यक्ति को स्वयं बाहर जाकर यह व्यवस्थाएं करनी पड़ रही हैं अब आप सोचिए वह व्यक्ति जब बाहर जाएगा तो संक्रमण और बढ़ेगा मुक्तिधाम में कुछ नए चबूतरो का निर्माण भी शीघ्र होना चाहिए स्थिति बहुत दुखद और भयानक है। क्योंकि यह परेशानी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकती है कोरोना वायरस अमीर या गरीब नहीं देखता ऐसी घटनाएं मेरे या आपके या अन्य किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकती है। ऐसे दुखी परिवार को तत्काल राशन पानी की व्यवस्था पंचायत द्वारा प्रदान की जाए व ग्राम में नालियों की सफाई और सैनिटाइजर की प्रक्रिया सतत चलनी चाहिए।