
30 तारीख़ को लाखों श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी… और बड़े हादसे को आमंत्रित कर रहा है हाइवे पर स्थित नर्मदा पुल.. करोड़ों का मरम्मत प्रस्ताव अधर में, क्या किसी हादसे के बाद जागेगा शासन प्रशासन…
पिपरिया । मीडिया पर वायरल रेलिंग के हाल को देखकर यू तो कहने को ब्रिज कारपोरेशन द्वारा कुछ दिन पहले फ़ोटो खिंचवा कर होशंगाबाद-रायसेन की सीमा को जोड़ता हुआ ग्राम सिवनी में नर्मदा नदी के ऊपर बने पुल पर औपचारिकता करते हुये रेलिंग को व्यवस्थित किया गया था, जो पूरा एक माह भी टिक नही पाया और फिर धराशायी हो गया …. सुधार कार्य की वर्तमान स्थिति देखकर लगता है कि ये सुधार कार्य सिर्फ कागजों में हुआ है ।
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा में लाखों श्रद्धालु माँ नर्मदा की गौद में आस्था की डुबकी लगाने के लिए यहा पहुचते है पर पुल पर टूटी रेलिंग की हालत देखकर यह प्रतीत होता है की शासन प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों को दरकिनार कर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं शायद किसी घटना के बाद कि उनकी आंखें खुलेगी । रोड पर पड़े हुए रेलिंग के पाइप और गायों का झुंड ने पूरे पुल पर अपना कब्जा जमा रखा है जो शायद जिम्मेदार अधिकारियों और जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को नजर नहीं आ पाते खैर लापरवाही किसी भी स्तर पर की जा रही हो परंतु इसकी बड़ी कीमत आमजन को भुगतनी पड़ सकती है जब हमने स्थानीय स्तर पर रिपेयरिंग कार्य की पड़ताल की तब पता चला यहां तो कोई सुधार कार्य किया ही नहीं गया है जबकि ब्रिज कारपोरेशन के द्वारा कुछ दिन पूर्व मीडिया कर्मियों को सूचित किया गया था कि उनके द्वारा रेलिंग ठीक करा दी गई है इस तरीके की लापरवाही कई बड़े सवालों को जन्म देती है की इतने बड़े पद पर आसीन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी को कैसे निर्वाह कर रहे हैं ।