
डॉक्टर द्वारा पेसेंट के साथ कवरेज कर रहे पत्रकार से बदतमीजी करने का मामला आया प्रकाश में लामबंध हुए कलमकार ज्ञापन सौपा
पिपरिया- सूत्रो से जानकारी के अनुसार पता चलाकि शुक्रवार के दिन रात्रि के समय शहर के प्राइवेट निदान हास्पिटल में एक मरीज के परिजन अपने पेशेंट को इलाज हेतु लेकर आए थे लेकिन डॉक्टर के जी बिसानी ने पेशेंट का उचित इलाज नही किया और उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया चूंकि पता चला कि उपरोक्त मरीज की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर ने मरीज को इलाज हेतु बाहर ले जाने के लिए बोला था साथ ही मरीज को हॉस्पिटल से उसी दौरान बाहर निकाल दिया वह इसी हॉस्पिटल में नीचे सीढ़ियों पर बैठ दर्द से कराह रहा था इस बात पर डॉक्टर का कहना था कि मैने पेशेंट को बाहर नहीं निकाला उसके परिजनों ने कहा कि हमारी गाड़ी आ रही है इसलिए हम बाहर ही इंतज़ार करेगे और लगभग 15 से 20 मिनट में गाड़ी भी आ गई जब यह बाहर आये मरीज बिल्कुल स्वस्थ था ।
इससे पहले इस मामलें की जानकारी मरीज के साथियों ने जागरुक मीडियाकर्मी लोकेश मालवीय को दी तो जागरूक मीडिया कर्मी ने बगैर कोई देर किए उसी टाइम निदान हॉस्पिटल पहुंच मरीज और मरीज के परिजनों के साथ ही मरीज के साथ में आये लोगों से इस प्रकार की जानकारियां जुटा सारी बातों को संज्ञान में ले उपरोक्त मामले में हॉस्पिटल के डॉक्टर से इस संबंध में जानकारियां लेनी चाहिए तो संबंधित मीडिया कर्मी बताया कि -मेरे सवाल जवाब से डॉक्टर साहब भड़क गए और बदतमीजी पर उतर आए साथ ही बातें बनाते हुए मेरे ऊपर रिश्वत मांगने और थाने में केस दर्ज करने की बात कहने लगे।
जागरूक मीडिया कर्मी ने व्हाट्सएप पर कुछ वीडियो भी अपलोड किए हैं साथ ही अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर इन डॉक्टर साहब की बदतमीजी के वीडियो भी डाले हैं।
इसी क्रम में डॉक्टर केजी बिसानी द्वारा उपरोक्त मरीज के साथ साथ मीडिया कर्मी से भी अभद्रता और रिश्वत का बेबुनियाद और गलत आरोप लगाने के कारण शहर के सभी पत्रकारों ने अगले दिन दोपहर के समय शनिवार 2 मई को तहसील परिसर में एकजुट होकर एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी , विधायक ठाकुरदास नागवंशी, को ज्ञापन सौंप साथ ही इनको सौपे ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री,स्वास्थ्य मंत्री तक शिकायत कर उपरोकत डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही के साथ लाइसेंस निलंबन के लिये लिखा या फिर वह संबंधित मीडिया कर्मी से इस प्रकार अभद्र व्यवहार करने के लिए माफी माँग लेवें ।
वही इस मामले में डॉ के जी बिसानी द्वारा बताया गया कि – इस प्रकार कोई बात नही है मेरे पास मरीज आया जिसका ब्रेन हेमरेज पाया गया प्रारंम्भिक इलाज के बाद उन्हें बाहर रिफर करने की बात की गई।
मरीज के साथ आये लोगो द्वारा शराब पीकर हॉस्पिटल डॉक्टर और स्टाफ के साथ अभद्रता की जा रही थी, इस पर विवाद हुआ , हम डॉक्टर दिन रात इस कठिन दौर में मरीजों का इलाज कर रहे है परन्तु इस दौरान असामाजिक तत्वों से हमे सुरक्षित रखने की बात को सज्ञान में लेनी चाहिए ।
मीडियाकर्मी पर पैसे संबंधी बात पर डॉक्टर ने कहा कि इस प्रकार की कोई बात नहीं है जब यह मेरा वीडियो बना रहे थे इसलिए मैने अपने बचाव में यह बाते कही साथ ही आगे बताते हुए कहा कि- मैने इन पेसेंट को बाहर नही किया लगभग 10: 30 पर ही मैने इनको रिफर कर दिया था लेकिन लगभग 11: 56 पर इन्होने कहा कि हमारी गाडी आ रही है और हम उससे मरीज को बाहर जा रहे हैं इतने में यह पत्रकार महोदय आये और मुझ पर भडक गए साथ ही 12: 13 मिनट पर गाड़ी आ गई और मरीज के परिजन मरीज को गाड़ी में बिठाल उपचार हेतु लेकर चले गये ।
ज्ञापन सौपने वाले पत्रकारों मे- वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र भार्गव, शकील नियाजी साथ ही लोकेश मालवीय, राजवर्धन बल्दुआ, रमन तिवारी,भगवान सिंह राजपूत ,तरुण सिलावट,नर्मदा पटेल मामा,ओमप्रकाश रघुवंशी,पंकज पाल,संदीप मेहरा,विनय तिवारी, नवनीत परसाई उपस्थित रहे।