आंदोलनकारी सचिन शर्मा का पिपरिया शहर में जोरदार स्वागत, रेत माफियाओं का हुए थे शिकार
विशेष संवाददाता दीपेश पटेल
पिपरिया। ब्लिट्ज से लगातार हमेशा हरदम जनता का जाम और संघर्ष बने हुए कई समाजसेवी संगठनों के साथ जुड़े देशहित व अपने शहर को न्याय देने वाले सचिन शर्मा को जमानत पर छोड़ दिया गया, उसके समर्थन में नागरिकों ने शनिवार को पिपरिया बंद कर दिया आवहान।।
जमानत मिलने के बाद वापस पिपरिया पहुंचे सचिन शर्मा के फ्लैट पर स्वागत हुआ। ढोल नगाड़े के साथ सिलारी से मंगलवारा चौक तक यात्रा निकाली और पुष्पमाला से स्वागत किया गया।
सचिन शर्मा पर घातक हमलों के विरोध में शनिवार को पिपरिया को बंद कर दिया गया।
जिस पर मौजूदा वाणिज्यिक राष्ट्रपति संघ श्रीगोपाल गंगूड़ा और अन्य व्यापरियों ने भी सहमति जताई है।
आपको बताएं कि 2 दिन पूर्व सचिन शर्मा एवं उनके साथी महेश पटेल नर्मदापुरम व रायसेन सीमा पर राइट माफियाओं द्वारा बंधक बनाकर बेहरेमी से प्रभावित होने की वजह से प्रभावित होने के बाद महेश पटेल को छोड़ दिया गया था और सचिन शर्मा को बंधक बनाकर प्रताड़ित किया गया था था। इसके बाद रायसेन पुलिस के तहत बरेली थाने में शिकायत भी दर्ज की गई जिसमें मनी चार्ज अदायगी का मामला दर्ज किया गया था जब कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पुष्पराज पटेल ने अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट पर सचिन शर्मा के कर्ज बनाने की जानकारी दी थी शेयर किया गया था। इस बात की जानकारी में ही कांग्रेसी एवं समाजसेवी दल बरेली थाने पहुंचे बड़े मशक्कत के बाद सचिन को जमानत मिली लेकिन जिस तरह से सचिन शर्मा के साथ प्रभावित की निंदनीय है
सचिन के पिपरिया में आकर शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने नारेबाजी और रेत माफियाओं को सरंचना व संरक्षण को लेकर कहीं भी जहां पर सचिन शर्मा ने कहा कि मेरी लड़ाई धरती मैया को बचाओ, मां नर्मदा मैया को रेत माफियाओं से राहत की शिकायत है और हमेशा शिकायत की है इस तरह से मेरे साथ यह उसकी लड़ाई में लड़की और न्याय के लिए काम करेगा, चाहे कुछ भी हो जाए
सीमांकन की बात तो नर्मदा मैया का सीमांकन अब तय करना है।