छावल मा रेणुका मंदिर बैतूल जिले का सबसे प्राचीन व जागृत मंदिर – नवरात्रि के पावन पर्व पर हजारों की तादाद में माता जी के दर्शन करने आते हैं श्रद्धालु
आमला _छावल मा रेणुका मंदिर बैतूल जिले का सबसे प्राचीन व जागृत मंदिर नवरात्रि के पावन पर्व पर हजारों की तादाद में माता जी के दर्शन करने एवं मनोकामना पूर्ण करने यहां लोग आते हैं, माता जी का स्थान आमला से 8 किलोमीटर दूर छावल में विद्यमान है ।
पंडित राजू कुंभार का कहना है कि यहां माताजी का बहुत प्राचीन मंदिर है मां रेणुका एवं छोटी माता रेणुका माताजी ने कन्या के रूप में भक्तजनों को दर्शन भी दिए हैं यहां सभी दूर से लोग माता जी के दर्शन करने हैं एवं मनोकामना के भाव से यहां आते हैं माताजी यहां तीन रूप में नजर आती है सुबह कन्या के रूप में दोपहर में देवी माता के रूप में है एवं शाम को बूढ़ी माता के रूप में माता जी के दर्शन बैतूल जिले, मध्य प्रदेश, पांढुरना, नागपुर, अमरावती, सारनी के साथ दूर दूर से दर्शन करने नवरात्रि पावन पर्व पर आते है ।
आमला नगर समितियों द्वारा सौ सौ मीटर की चुनरी माता जी को चढ़ाने के लिए पदयात्रा करते हुए आमला से छावल जाते हैं भक्तजनों में माताजी के प्रति आस्था और श्रद्धा इतनी है कि लोग आमले से पैदल छावल माता जी के दर्शन के लिए जाते हैं नवरात्रि के पावन पर्व मंदिर को बहुत ही सुंदर सजाया जाता है एवं सभी भक्त जनों द्वारा चुनरी और श्रीफल माता जी के चरणों में चढ़ाया जाता है उनका आशीर्वाद समस्त आमला नगरवासी एवं ग्रामवासियों पर बना रहता है ।
पंडित तुलसी राम का कहना है की यहां पर भगवान शिव का मंदिर का निर्माण भी चल रहा है और छोटी मां रेणुका मंदिर का निर्माण कार्य चालू होने वाला है छोटी मां रेणुका मंदिर निर्माण के लिए सभी आमला नगरवासी एवं समस्त ग्रामवासी का सहयोग भरपुर मिल रहा है ।
छावल समिति द्वारा छोटी मां रेणुका निर्माण के लिए भूमि पूजन डिप्टी कलेक्टर भोपाल निशा बांगरे के हाथों हुआ था सब माता जी की लीला है उन्हीं का आशीर्वाद है ।