जागरूकता हेतु बवंडर बाबा कर रहे 1 लाख किमी की यात्रा
दीपेश पटेल संवाददाता पिपरिया
- , नर्मदापुरम | हिंदू देवी देवताओं के चित्र धार्मिक साहित्य के अलावा अन्यत्र भी छापे जाते हैं और जिन उत्पादों पर फोटो प्रकाशित होती है उन उत्पादों को कचरे के डिब्बे में डाल दिया जाता है अथवा गंदी जगह पर फेंका जाता है, जिससे देवी-देवताओं का अपमान होता है। इस कृत्य को सुधारने के लिए इंदौर के बवंडर बाबा देशभर की यात्रा कर रहे हैं। भारत भ्रमण पर निकले बवंडर बाबा अपनी यात्रा के दौरान अयोध्या में श्री राम मंदिर में भगवान की मूर्ति के प्रवेश, प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए लोगों को निमंत्रण भी दे रहे हैं। बीड़ी – माचिस, गुटखा पाठच और पटाखों सहित अन्य कंपनियों के उत्पादों के पाउचों पर भगवान की फोटो न छापने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए इंदौर के बवंडर बाबा देशभर की यात्रा कर रहे हैं। अपनी बाइक से 19 माह पहले 21 फरवरी 2021 को भारत भ्रमण पर निकले बवंडर बाबा की यात्रा बुधवार को नलखेड़ा से होकर भोपाल होते हुए नर्मदापुरम पहुंची। बवंडर बावा यहां से माँ नर्मदा के उद्गम स्थल
अमरकंटक के लिए रवाना होने वाले हैं। नर्मदापुरम में मीडिया से बात करते हुए बवंडर बाबा ने कहा कि वे लोगों को जागरूक करने के लिए यात्रा पर हैं। अभी तक 19 महीने में 57500 किमी की यात्रा कर चुके हैं, एक लाख किलोमीटर यात्रा का लक्ष्य है। यह यात्रा पांच दिसंबर 2023 को अयोध्या में पूरी होगी। बवंडर बाबा ने बताया कि अभी तक उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग, चार धाम, 7 सप्तपुरी और 52 शक्तिपीठों में से 29 शक्तिपीठ की यात्रा कर दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी 2024 को मकान संक्रांति के मौके पर भगवार श्रीराम मंदिर में प्रवेश करेंगे, उसका निमंत्रण भी भारत की जनता को दे रहा हूं। उन्होंने बताया कि वे यहां से अमरकंटक जाएंगे, जहां से छत्तीसगढ़ होकर महाराष्ट्र को यात्रा पर चले जाएंगे। एक लाख किमी की यात्रा पूरी कर वे दिसंबर 2023 में अयोध्या पहुंचेंगे।