शाहपुर इएमआरएस में हुए जन्माष्टमी कार्यक्रम में हॉस्टल अधीक्षक निलम्बित, स्थानीय नेताओं पर कब होगी कार्यवाही?_ निर्दोषों को फसाने की साजिश
जिला बैतूल / शाहपुर – एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है कारण आवासीय क्षेत्र में हॉस्टल अधीक्षक द्वारा जन्माष्टमी पर रखा गया कार्यक्रम नियमो के उलंघन के साथ संपन्न हुआ हालाकि बैतूल कलेक्टर द्वारा कार्यवाही कर आरोपियों को निलंबित कर दिया गया पर आम जनता के बीच प्रशासन और कार्यक्रम में शामिल कई लोगों की छवि पर दाग बना गया, हॉस्टल अधीक्षक इंद्रमोहन तिवारी पहले भी अनियमितताओं और त्रुटिपूर्ण कार्यों के लिए दंडात्मक कार्यवाही से गुजर चुके हैं पर राजनैतिक पहुंच और पावर से हमेशा बचते रहे, अधीक्षक इंद्रमोहन द्वारा किया गया कार्यक्रम दूसरों के गले की फांस बन चुका है चाहे व्यक्तिगत बदनामी हो या प्रशासनिक कार्यवाही का डर, जांच करने पर पाया गया की जन्माष्टमी के कार्यक्रम का आयोजन हॉस्टल अधीक्षक द्वारा स्वेक्षा से रखा गया था जिसमे नवनिर्मित नगर परिषद के नेता गण सम्मिलित थे, वायरल वीडियो भी इन्ही सदस्यों द्वारा ही बनाई गई थी जिससे स्थानीय नेताओं की प्रशासनिक एवं कानूनी समझ और रुतबे का अंदाजा लगाया जा सकता है वहीं कई लोगों द्वारा प्रिंसिपल डोनीवाल पर उंगलियां उठाई गई जबकि स्कूल स्टाफ उस दिन अवकाश पर था, कार्यक्रम की रूप रेखा इंद्रमोहन तिवारी द्वारा रचित थी, जिसमे स्कूल स्टाफ को इस विषय में भनक तक नहीं लगी आवास के नियम भी दूसरे लोगों की समझ से परे थे, धार्मिक कार्यक्रम होने के कारण सम्मिलित सदस्यों द्वारा आमंत्रण ठुकराना अपने आप में सामाजिक भेदभाव का परिचालक बन जाता प्रिंसिपल की जवाबदेही तो हम सभी और प्रशासन थोप सकते हैं पर क्या निर्दोष को ऐसे मामलो में घसीटना सही है, शाहपुर जनपद सीईओ और बीएमओ तक के नाम सामने आने से जन मानस की सोच भी अधिकारियों के खिलाफ बन गई ।
शहर के मेडिकल संचालक विक्रम ठाकुर की तस्वीरों का मीडिया में वीडियो जमकर इस्तेमाल किया जा रहा उनसे पूछने पर पता चला की कार्यक्रम के विषय में उन्हें वहां पहुंचने से पहले पक्के रूप से पता भी नही था और धार्मिक सामाजिक कार्यक्रमों में मेरे द्वारा हमेशा ही योगदान दिया जाता रहा है, मेरे सभी पारिवारिक सदस्य एवं मित्रगण सभी सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होते रहे हैं चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र के कार्यक्रम हों या सामाजिक, त्योहारों के मामले हों जिस प्रकार मेरे नाम से मेरे परिवार का नाम लिया जा रहा है यह दुखद दृश्य है, मेरे परिवार में से कोई भी इस कार्यक्रम में गया ही नहीं मुझे आमंत्रण मिला तो मुझे सामाजिक एवं क्षेत्रीय होने के नाते जाना पड़ा किस प्रकार के नियमो का उलंघन हुआ है मुझे इस विषय में कोई जानकारी नहीं थी ।
वही कई लोगों का कहना है इस कार्यक्रम में इंद्रमोहन तिवारी द्वारा व्यक्तिगत रूप से मोबाइल और मैसेज के माध्यम से आमंत्रित किया गया था हालाकि इस प्रकार के कार्यक्रम ऐसे संस्थानों में वर्जित हैं परंतु आम जनमानस को इस विषय में जानकारी नहीं होती है ।