लोक अदालत में 3 साल से बिछड़े दंपत्ति राजीनामे से हुए एक 7 साल की बेटी को मिला पिता का समय
शकील नियाज़ी,पिपरिया।
शनिवार को लोक अदालत में 3 साल से विछड़े पति पत्नी राजीनामे से एक दूजे के फिर हो गए। अदालत में माला पहनाकर एक दूसरे का स्वागत किया। वही कोर्ट से कहा अब अपनी 7 वर्ष की बच्ची के लिए खुशहाल जिंदगी व्यतीत करेंगे। शिकायत का अवसर दोनों पक्ष नहीं देंगे। न्यायालय मनीष कुमार पाटीदार प्रथम जिला न्यायाधीश पिपरिया के न्यायालय में 13 हिन्दू विवाह अधिनियम 1995 के तहत 3 साल से विचराधीन था। कोर्ट के अनुसार पक्ष कार सतीश पचौरी निवासी बनखेडी विरूद्ध सजना पचौरी निवासी पिपरिया के बीच घरेलू विवाद के दौरान विवाद होने पर प्रकरण कोर्ट में चल रहा था। न्यायाधीश मनीष कुमार पाटीदार ने कई वर्षों से चले आ रहे मनमुटाव को समझाइश देकर राजीनामा कराया। इसमे सुलहकार सदस्य की भी उल्लेखनीय भूमिका रही।
दोनों पति-पत्नि साथ रहने को राजी हो गये। पक्षकार सतीश पचौरी की 7 वर्षीय बेटी भी है जो 3 साल से पिता के स्नेह से वंचित थी। अदालत में राजीनामे के बाद अब पिता के साथ मां का प्यार भी उस बच्ची को मिलेगा। इसे लेकर पति-पत्नी का भी खुश दिखाई दिए न्यायालय परिवार अधिवक्ता ने भी पति पत्नी को राजीनामे के लिए शुभकामनाएं दी।