सहायक सचिव का परिवार सालो से जॉब कार्ड से कागजो में कर रहा मजदूरी

( आकाश पाठे जिला ब्यूरो चीफ छिंदवाड़ा  )

 

 

 

छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव – देश की सबसे बड़ी रोजगार योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार एक्ट (मनरेगा) अब पूरी तरीके से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. भ्रष्टाचारी इस योजना में भी सेंधमारी कर योजना पर पलीता लगा दिया है. इस योजना का मकसद था कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को रोजगार मिल सके ताकि वे रोजगार के लिए बाहरी प्रदेशों में ना जाएं. मगर मनरेगा के जिम्मेदारों ने ही इस योजना में इस कदर लूट मचाई कि सरकार की पूरी मंशा धराशाई हो गई. जनपद जुन्नारदेव में खास तौर पर इस योजना ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पता चला है फर्जी मनरेगा मजदूरों को भुगतान कई सालों से किया जा रहा है. इन मनरेगा मजदूरों ने ना तो कभी धरातल पर काम किया ना ही वे मजदूर बनने के पात्र थे. इसके बावजूद सैकड़ो की संख्या में सरपंच, सचिव, सहायक सचिव ने अपने स्वार्थ के लिए मनरेगा योजना के लिस्ट में अपने चहेतों का नाम डलवा दिया और उनके नाम पर भुगतान भी हो रहा है ।

 

यह है पूरा मामला

 

छिंदवाड़ा जिले की जनपद पंचायत जुन्नारदेव अंतर्गत ग्राम पंचायत बरेली पार का मामला है यहाँ पदस्थ सहायक सचिव रामचरण इवनाती के परिवार का भभूतसिंग पिता उजना और नारायण पिता भभूतसिंग नाम से दो फर्जी एवं एक ईश्वर पिता बंशीलाल नाम से जॉब कार्ड बनाया गया है जिसमे लगभग पूरा परिवार फर्जी तरीके से मनरेगा योजना के तहत कागजो में मजदूरी कर रहे है।जबकि सहायक सचिव रामचरण इवनाती के पिता नाम बंशीलाल इवनाती है लेकिन दो जॉब कार्ड भभूतसिंग के नाम से बने है ।

 

ये है फर्जी जॉब कार्ड

 

(1)भभूतसिंग पिता उजना
क्र. MP 36-005-079-005/382

 

(2) नारायण पिता भभूतसिंग
क्र. MP 36-005-079-005/382A
रामचरण के परिवार का कोई भी सदस्य मनरेगा में मजदूरी नही करता ।

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सहायक सचिव रामचरण इवनाती के परिवार का कोई भी सदस्य मनरेगा योजना के तहत आज तक मजदूरी करने किसी भी निर्माण में नही आया है सचिव एवं सहायक सचिव द्वारा साठ गांठ कर सहायक सचिव के परिवार की कई सालों से कागजो में मजदूरी दर्शाकर शासन राशि का आहरण किया गया है ।

 

इनका कहना है

 

2006-2007 में एक कंपनी द्वारा जॉब कार्ड बनाया गया था कंपनी द्वारा गलती हो गई होगी ।

 

शोभित श्रीवास्तव एपीओ
जनपद पंचायत जुन्नारदेव

 

सहायक सचिव रामचरण इवनाती के पिता का नाम बंशीलाल है एवं इनका परिवार कभी मनरेगा योजना के तहत मजदूरी करने किसी भी निर्माण कार्य मे आज तक नही आया ।

 

अनिता इवनाती
सरपंच
ग्राम पंचायत बरेलीपार

 

सहायक सचिव के पिता का नाम बंशीलाल इवनाती है सहायक सचिव ने गलती किया है जनपद से जॉब कार्ड डिलीट करवा दूँगा ।

 

सनकीराम धुर्वे
सचिव
ग्राम पंचायत बरेलीपार

 

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