शिवसेना मध्यप्रदेश प्रवक्ता पं कन्हैया तिवारी ने केन्द्र और राज्य सरकारों पर लगाये मध्यम वर्गीय परिवारों के साथ पक्षपात व अनदेखी का आरोप ।
पं कन्हैया तिवारी प्रदेश प्रवक्ता शिवसेना ने *केन्द्र और राज्य सरकारों पर मध्यम वर्गीय परिवारों की अनदेखी का आरोप लगाते* हुए कहा कि सरकारों ने कभी भी *मध्यम वर्गीय परिवार की समस्याओं की ओर देखा ही नहीं उन्हें बस गरीब और अमीर वर्ग की ही चिंता रहती है* ,गरीब को कैसे *आयुष्मान कार्ड,गरीबी रेखा कार्ड, बिजली बिल माफ,पढ़ाई-लिखाई में छूट या फीस माफ और शासकीय आवासीय योजनाओं का लाभ* में मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए इनमें से कोई सुविधा है ही नहीं बिल्कुल नहीं आखिर ऐसा क्यों क्या वह इस देश के नागरिक नहीं । इसलिए सरकार हमारी मांगों पर ध्यान केंद्रित करें :-
*१*) *आयुष्मान कार्ड मध्यम वर्ग के साथ साथ सभी के लिए हो,जिसे इसका लाभ नहीं लेना तो ना लें* ।
*२*) जिस प्रकार गरीबी रेखा कार्ड में राशन दिया जाता है वैसे ही अन्य राशनकार्डों में भी मध्यम वर्ग को या आवश्यक मंद को राशन मिले ।
*३*) *जिन जिन कार्यों में शासकीय दस्तावेजों में ग़रीबी रेखा कार्ड का लाभ मिलता है शासकीय आवासीय योजनाओं में लाभ हेतु उसी प्रकार मध्यम वर्गीय परिवारों को भी अन्य राशनकार्डों में लाभ मिले*।
*४*) *जिस प्रकार गरीबी रेखा कार्ड वालों को बिजली बिल एवं स्कूल फीस में छूट दी जाती है* वैसे ही अन्य राशनकार्डों में भी मध्यम वर्गीय लाभार्थियों को भी इन छूटों का लाभ हो ।
*५*) *क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार सभी प्रकार के टेक्स भी देता है तो सरकारों को इनके लिए भी सुविधाएं उपलब्ध कराना नैतिक जिम्मेदारी बनती है* ।
*६*) सरकार महंगाई कम करे खाने का तेल,सरसों तेल, दाल,छोले सभी के दाम बेइंतहा बढ़ गए हैं , *पेट्रोल डीजल गैस सिलेंडर इन सबके महंगें होने की मार सबसे ज्यादा मध्यम वर्गीय परिवारों को झेलनी पड़ रही है* और केन्द्र सरकार और राज्य सरकार आगामी कोई भी रणनीति बनाऐ तो उसमें मध्यम वर्गीय परिवारों को ध्यान में रख कर बनाये ।
*यदि सरकार इन बिंदुओं पर ध्यान देकर शीघ्र ही मध्यम वर्गीय परिवारों को सुविधाएं उपलब्ध नहीं करातीं है तो शिवसेना इनके अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर कर आंदोलन प्रदर्शन करने बाध्य होगी* ।