
पचमढी शिव नगरी में खिला हिमालय का दुर्लभ ब्रह्म कमल,बर्षो बाद खिलता है पुष्प
शकील नियाज़ी,पिपरिया
हिमालय की कंदराओं में खिलने वाला दुर्लभ देव पुष्प ब्रह्म कमल शनिवार रात पचमढी शिव नगरी के पटेल रोड पर खिला तो नगर में हलचल मच गई। जानकारी मुताबिक ब्रह्म कमल स्थानीय पटेल रोड निवासी अशोक स्थापक के घर के बाहर रात में यह दुर्लभ पुष्प खिला। सूचना मिलते ही लोगो की भीड़ पुष्प दर्शन के लिये जमा हो गई। मान्यता है कि इसे सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी का पुष्प माना जाता है। ब्रह्म पुष्प के खिलने को लेकर कहा जाता है यह बर्षो बाद खिलता है लेकिन हिमालय की कंदराओं में यह बहुतायत में पाया जाता है। केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालु ब्रह्म पुष्प ही भगवान को अर्पित करते है।धार्मिक मान्यताओं, पौराणिक कथाओं में ब्रह्न पुष्प का जिक्र मिलता है। पचमढी वासी इसे भोले शंकर का वरदान मान रहे है। ब्रह्म पुष्प देखने अनेक पर्यक पहुचे वही छावनी परिषद उपाध्यक्ष पंकज जैसवाल, पार्षद हुजैफा बोहरा बोहरा,प्रशांत शिहोते सहित बड़ी संख्या में लोग ब्रह्म पुष्प निहारने उसकी फोटो खींचने पहुचे
केदारनाथ और बद्रीनाथ के मंदिरों में ब्रह्म कमल ही प्रतिमाओं पर चढ़ाए जाते हैं। यह चट्टानों के बीच जमी हुई बर्फ वाले स्थानों पर खिलता है। हिमालय क्षेत्र में इन दिनों जगह-जगह ब्रह्म कमल खिले हुए हैं। यह रात में ही प्रस्फुटित होता है।
ब्रह्म कमल सफेद रंग का होता है आकर्षक दिखता है।