
बंदी खुदकुशी मामले की होगी न्यायिक जांच, दो कर्मचारी निलंबित
पिपरिया।
उपजेल में गुरुवार शुक्रवार रात हत्या के आरोपी ने बैरक के शौचालय में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते ही जिला और प्रदेश स्तर तक घटना को लेकर हडक़ंप मच गया। सेंट्रल जेल अधीक्षक ऊषा राजे,एसडीएम जेल अधीक्षक नितिन टाले ने उपजेल पहुंच घटना की जानकारी ली। बैरक के बंदियो के कथन लिए। प्रारंभिक जांच के बाद जेल अधीक्षक नितिन टाले ने डियूटी के दौरान लापरवाही बरते जाने पर दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। सेंट्रल जेल अधीक्षक ने जांच प्रतिवेदन तैयार कर मुख्यालय भेजने की कार्रवाई की। सहायक जेलर के अनुसार बनखेड़ी निवासी 63 वर्षीय राधेश्याम पिता धनराज पटेल ने गुरुवार शुक्रवार रात बैरक से लगे शौचालय में धोती के टुकड़े का फंदा बनाकर फांसी पर झूल गया जिससे उसकी मौत हो गई थी। मृतक पर उसके भाई की हत्या किए जाने का मामला दर्ज था। सहायक जेलर के अनुसार अधिकांश मामलों में परिजनो की हत्या,मारपीट आदि मामलों में विचारधीन बंदी अवसादग्रस्त रहती है। उपजेलर के अनुसार जेल कस्टडी में बंदी की मौत या किसी भी तरह वारदात होने पर जांच के अधिकार जेल मैन्युल के अनुसार न्यायालय को होते है। खुदकुशी मामले की न्यायिक जांच होगी रिपोर्ट मानव अधिकार आयोग को दी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर आयोग आगे की कार्रवाई के लिए प्रदेश जेल मुख्यालय को निर्देशित करेगा। बहरहाल बड़ी घटना को लेकर प्रारंभिक जांच में दो कर्मचारी निलंबित किए गए है।