
महिला को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
पिपरिया – मंगलवारा थाना पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जिस पर उसकी पत्नी की आत्महत्या करने हेतु उकसाने का आरोप है ।
मंगलवारा थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश कुमार त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 07.06.2025 को सूचना मिली थी कि कीर्ति पुर्विया की जहरीला पदार्थ के सेवन करने के कारण मृत्यु हो गई है घटना की जानकारी लगते ही थाने में मर्ग क्र. 29/2025 धारा 194 बीएनएसएस का कायम कर जाँच में लिया गया ।मर्ग जाँच के दौरान मृतिका के बच्चों के कथन लिये गए जिन्होने अपने कथनो में बताया कि यह अपनी माँ के साथ हथवास में किराये के मकान में रहने लगे थे मृतिका शादियों में खाना बनाने के काम करने लगी, मृतिका के खाने बनाने के दौरान ठेकेदार राजू कहार से मुलाकात हुई और दोनों से संबंध हो गए मृतिका के राजू कहार से संबंध हो जाने के बाद दोनो साथ रहने लगे, राजू कहार का खाना बनाने के दौरान शोभापुर की किसी अन्य महिला से संबंध हो जाने के कारण मृतिका और आरोपी राजू कहार की अन्य महिला की बातो को लेकर कहा सुनी होने लगी मृतिका के समझाने के उपरांत भी आरोपी राजू कहार नहीं माना और अन्य महिला से फोन पर लगातार बाते करता रहा और मृतिका को मानसिक रूप से प्रताडित करने लगा आरोपी राजू कहार की प्रताड़ना से तंग आकर मृतिका ने काकरोच मारने की दवा पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली ।
मर्ग जाँच पर आरोपी राजू कहार के विरुद्ध अपराध कं. 234/2025 धारा 108 बीएनएस का कायम कर विवेचना में लिया गया ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अशुतोष मिश्र एवं एसडीओपी पिपरिया मोहित कुमार यादव के दिशा निर्देशन में आरोपी की गिरफ्तारी हेतु टीम गठीत की जाकर आरोपी की पतारसी की गई, मामले का आरोपी राजू कहार घटना के बाद से ही फरार चल रहा है और यहां वहा रह रहा था वहीं आज मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी राजू कहार रेल्वे स्टेशन तरफ जा रहा है और कही भागने की फिराक में है जिस पर थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश त्रिपाठी द्वारा तत्काल थाने टीम के साथ फरार आरोपी राजू कहार को गिस्पतार कर आरोपी को न्यायालय पेश किया ।
उक्त कार्यवाही में मुख्य भूमिका निरीक्षक गिरीश त्रिपाठी, सहायक उपनिरीक्षक पर्वत सिंह, प्रधान आरक्षक अरुण सिंह जुदेव, आरक्षक मोहसीन खान, गुरुप्रसाद पवार ओर अतुल विश्कर्मा की रही ।