
पचमढ़ी में धार्मिक आस्था का संगम प्रसिद्ध नागद्वारी मेला कल से होगा प्रारंभ, 29 जुलाई तक चलेगा आस्था का पर्व
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम – देश भर में प्रसिद्ध नागद्वारी मेला हिल स्टेशन पचमढ़ी में कल से 10 दिन तक चलने वाले मेले का 29 जुलाई को होगा समापन, 10 दिन तक चलने वाले इस मेले में देशभर से श्रद्धालु पचमढ़ी पहुंचकर नागद्वार गुफा मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करते हैं जिसे मिनी अमरनाथ यात्रा भी कहा जाता है ।
मेले के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर एक बिंदु के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई है पूरे मेला क्षेत्र में पुलिस बल के साथ-साथ होमगार्ड की टीम, स्वास्थ्य विभाग का अमला, प्रशासनिक अधिकारियों की टीम निरंतर मॉनिटरिंग के लिए उपस्थिति रहेगी, मेले के लिए वाहनों की पार्किंग व्यवस्था को भी इस वर्ष विस्तार किया गया है जिसमें संख्या के मान से अधिक संख्या में वाहन पार्किंग की जा सकेगी ।
उक्त संबध में शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर सोनिया मीना ने नागद्वारी मेले की तैयारी की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया बैठक के दौरान मेले की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नागद्वारी मंदिर पहुंच मार्ग में लगी लोहे की सीढ़ियों की मरम्मत सुनिश्चित कर ली जाए साथ ही सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था की जाए श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में चलित शौचायलयों की भी पर्याप्त संख्या तैनात रहे, मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था की जाए, मंदिर में प्रवेश एवं निकासी के अलग-अलग द्वार पूर्व नियोजित कर लिए जाएं, प्रत्येक प्वाइंट पर ड्यूटी में संलग्न कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी एक पॉइंट पर ज्यादा समय तक भीड़ जमा न हो, उन्होंने कहा कि पुलिस होम गार्ड तथा अन्य वॉलिंटियर्स जिनकी मेले में ड्यूटी लगाई गई है वह भीड़ की निरंतर आवाजाही सुनिश्चित करेंगे ।
कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि मेला क्षेत्र में कचरा प्रबंधन की उचित कार्य योजना तैयार की जाए, जगह-जगह पर गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट बनाए जाएं । बैठक के दौरान कलेक्टर ने यह निर्देश भी दिए कि मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरूक भी करें, मेले के दौरान विभिन्न मंडल के पदाधिकारी से चर्चा कर एसटीआर के समन्वय से कचरे के प्रबंधन एवं कलेक्शन प्वाइंट को निर्धारित करें, आरटीओ यह सुनिश्चित करें कि भारी वाहनों का मेला अवधि तक मेला क्षेत्र में प्रवेश निषेध रहे, छिंदवाड़ा तथा पचमढ़ी से लगे हुए जिलों से चर्चा कर वहां से आने वाले भारी वाहनों के लिए भी रूट प्लान तैयार रखें साथ ही छिंदवाड़ा जिले से संपर्क कर स्वास्थ्य एवं चिकित्सालयीन व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक कार्यवाही भी की जाए, प्रत्येक निर्धारित बिंदु पर एंबुलेंस तथा चिकित्सा कैंप स्थापित किए जाएं साथ ही चिकित्सा शिविरों में ड्यूटी के अनुसार चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य अमला उपस्थित रहे, पार्किंग क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही का सुव्यवस्थित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए, उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेले में पार्किंग का विस्तार किया जाए इसी के साथ पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी गाड़ियों के प्रवेश एवं निकासी द्वार अलग-अलग रहे यह सुनिश्चित किया जाए, पार्किंग स्थल पर किसी भी प्रकार जाम की स्थिति ना बने यह ध्यान रखा जाए संबंधित अधिकारी प्रयास करें कि वाहनों का निरंतर मूवमेंट सुचारु रखा जाए ।
आपात स्थिति प्रबंधन कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि किसी भी अप्रिय स्थिति में उपस्थित अधिकारी की त्वरित प्रक्रिया अत्यंत आवश्यक है, संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर स्थिति को सामान्य करें, सभी विभाग आपसी सहयोग एवं समन्वय से प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले का सफल संचालन सुनिश्चित करें, मेला ड्यूटी में संलग्न सभी विभागीय अधिकारी श्रद्धालुओं की सुविधा एवं आवागमन में उनकी सहायता करें ।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने कहा कि मेले के दौरान पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल मेला क्षेत्र में तैनात रहेगा साथ ही उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मार्गो पर मार्किंग करवाई जाए जिससे कि श्रद्धालु रास्ते में किसी भी प्रकार भटके ना, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी नियमित रूप से मेले के दौरान अन्य जिलों से पचमढ़ी क्षेत्र में आने वाले वाहनों की मॉनिटरिंग करें विशेष रूप से मल्टी एक्सल बस एवं भारी वाहनों की ।
बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह, उपसंचालक एसटीआर, अपर कलेक्टर डी के सिंह, डीएसपी यातायात संतोष मिश्रा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे ।