
वृक्ष मित्र संस्था का 43 वां पौधारोपण कार्यक्रम हुआ संपन्न
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम _ वरिष्ठ साथी, वृक्ष मित्रों एवं नारी शक्ति द्वारा वृक्ष मित्र संस्था की श्रीमती सेजल मालविया के जन्मदिन के उपलक्ष्य में एवं श्रीमती पूजा नामदेव की शादी की सालगिरह के उपलक्ष्य में समस्त वृक्ष मित्रो एवं मातृशक्ति द्वारा वृक्ष मित्र संस्था पिपरिया द्वारा पौधारोपण का कार्यक्रम शासकीय हाईस्कूल राईखेड़ी के परिसर में किया गया, वहा पर मोरछली, जामुन, गुलमोहर, नीम के पौधों का पौधारोपण किया गया, कार्यक्रम में श्रीमती सेजल मालविया एवं पूजा नामदेव का तिलक, फूलमाला से स्वागत कर मनाया गया ।
कार्यक्रम में उपस्थित वृक्षमित्रो एवं रामप्रकाश श्रीवास्तव द्वारा जन्मदिन गीत गाकर उनका स्वागत किया गया, कार्यक्रम के विशेष आमंत्रित अतिथि आराधना आर्थो केयर फिजियोथेरेपी क्लीनिक के संचालक डॉक्टर नरेंद्र पटेल द्वारा ठंडी के मौसम में अपनी मांसपेशियों की सुरक्षा कैसे रखें उनकी देखभाल कैसे करे उपयोगी जानकारी दी, वरिष्ठ शिक्षक एम एल नायक द्वारा जन्मदिन एवं शादी की सालगिरह पर अभिनंदन पत्र पढ़कर सुनाया ।
वृक्ष मित्र संस्था पिपरिया कार्यक्रम को पूर्व जिला सतर्कता निगरानी सदस्य अरविंद राय ने संबोधित करते हुए कहा की वृक्षों से जो ऑक्सीजन प्राप्त होती है वह है मनुष्य को स्वस्थ रखती है प्रदूषण को नष्ट करती है शुद्ध ऑक्सीजन से मनुष्य की दीर्घायु होती है ।
कार्यक्रम को पार्षद श्रीमती हर्षलता राजपूत ने भी संबोधित किया ।
कार्यक्रम में वृक्ष मित्र संस्था के संस्थापक गोपाल किरण राज, सचेतक विनोद नायक, वृक्ष मित्र एम एल नायक, व्ही पी जावरे, पवन राय, संतोष शर्मा, रामप्रकाश श्रीवास्तव, विष्णु पांडे, संजय भोसले, संजू खटीक ग्राम राईखेड़ी के सरपंच फुलिंदर पटेल एवं ग्राम के नागरिक, सतर्कता निगरानी समिति भारत सरकार जिला नर्मदापुरम के पूर्व सदस्य लायन अरविंद राय, शासकीय हाईस्कूल की प्राचार्या श्रीमती मोना पुरोहित एवं समस्त टीचर स्टाफ, संचार संस्था से मनजिंदर सिंह ज्ञानी, ईश्वर सिंह राठौर, पप्पू भैया एवं वरिष्ठ नागरिक मंच के सचिव ओ पी सिंह, एस चंद्रा, ब्रह्माकुमारी आश्रम पिपरिया के माखनदास आचार्य, मातृशक्ति पूर्व मंडी अध्यक्ष श्रीमती अरुणा जोशी, किरण राज, पार्षद श्रीमती हर्षलता राजपूत, नीलम पचौरी, मालती ब्रह्मबंसी, श्यामलता मेहरा, कल्पना उइके, संध्या नागोत्रा ने पौधारोपण कर प्रकृति को हरा भरा बनाने में अपना योगदान दिया ।
अंत में आभार गोपाल राज द्वारा व्यक्त किया गया ।