
आवास योजना में फर्जीवाड़े को लेकर ग्रामवासियों ने एसडीएम के बाद कलेक्टर से लगाई गुहार
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम _ प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर विगत कई वर्षों से आम जनता परेशान है किसी हितग्राही को आवास नही मिला तो किसी की तीन वर्षो में दूसरी तीसरी किस्त नही आई वहीं कुछ कर्मचारी इसका फायदा हितग्राहियों से फायदा उठाकर काफी रकम कमाने में भी लगे हुए है ।
ऐसा ही एक और मामला पिपरिया एसडीएम कार्यालय पहुंचा था इसके बाद कार्रवाई नही होने पर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां दर्जनों ग्रामवासी ने कलेक्टर से जांच की गुहार लगाई एवं पात्र हितग्राहियों को इस योजना का लाभ दिए जाने निवेदन किया । ज्ञापन में बताया गया है की जनपद पंचायत पिपरिया की ग्राम पंचायत धनाश्री, सहलवाड़ा में 80% फीसदी अपात्रों का चयन किया गया है जिसमें SC, ST, OBC एवं सामान्य वर्ग के गरीब ( बीपीएल कार्डधारक) का नाम तक शामिल नहीं किया गया है जिसमे अविवाहित लडको एवं महिलाओं के नाम से मकान बनवाएं जा रहे है तथा एक ही परिवार के एक से अधिक लोगों के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में शामिल किए गए है, ग्रामीणों के अनुसार यह सारा खेल मुकेश राजपूत , राजकुमार मिश्रा (सहायक सचिव) व ग्राम-सरपंच – राजकुमारी नागवंशी का है, इतना ही नहीं यहाँ तो आवास दिए जाने के रेट भी फिक्स है खाते में पैसा आते ही 10,000/- रूपये नकद मुकेश राजपूत को देना पड़ता है नहीं तो प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम नहीं आएगा एवं मकान की आगामी किश्त खाते में नहीं दी जा रही है साथ ही धमकी भी दी जाती है, इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत के सभी कर्मचारियो का हिस्सा शामिल है ।
ग्राम पंचायत सहलवाड़ा में हो रहे इस भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी के खिलाफ एवं प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित ग्रामीणों की सहायता हेतु जांच किए जाने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई ।
उक्त मामले में पिपरिया अनुविभागीय अधिकारी आईएएस अनिशा श्रीवास्तव ने बताया की ग्रामीणों से शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ था संबंधित अधिकारियों को जांच हेतु आदेशित किया गया है मामले में जांच जारी है जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी ।