
आराध्य बुध्दि के देवता श्री गणेश का अद्भुत स्वरूप
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम – पिपरिया नगर के श्री गणेश उत्सव समिति लगातार 15 वर्षों गणेश प्रतिमा स्थापित करती चली आ रही है, विशेष बात यह है ।
पंडित सौरभ शास्त्री ने बताया प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान श्री गणेश जी के एक हजार आठ सहत्र नमो के मंत्रों के उच्चारण से एक हजार आठ बार गणेश चतुर्थी से गणेश अंनत चौदस तक प्रत्येक दिन संध्याकालीन आरती के पहले पंचाग तिथि से किसी भी खाद्य वस्तु जैसे ड्राईफ्रूट, फल, फूल, चतुर्थी- किसमिस, पंचम-बादाम, छटवीं-काजू, सप्तमी-खारक, आष्टमी-दुर्वा, नवमी-पिस्ता, दशमी-मखाने, ग्यारस-सेवफल, बारस-केला, तेरस-मगद लड्डू, चौदस- मोदक इत्यादि वस्तुओं से जपकर अर्पण किया जाता है ।
यह श्री गणेश उत्सव समिति हर बार कुछ नया करने की कोशिश करती है यह प्रतीमा किट्टम किट्टू तिगड्डा सांडिया रोड पर विराजमान है ।
साथ ही इतवारा बाजार में श्री गणेश जी की भव्य मूर्ति विराजित है जो इस मूर्ति को देखता है वह मंत्रमुग्ध हो जाता है ।