
नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर सोमवती अमावस पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
( पंकज पाल विशेष संवाददाता )
नर्मदापुरम _ नर्मदापुरम के सुप्रसिद्ध सेठानी घाट पर आज पौष माह की अमावस्या पर जीवन दाहिनी मां नर्मदा नदी मे श्रद्धालुओं ने सोमवार को आस्था की डुबकी लगाई, तड़के 5:00 बजे से ही कड़ाके की ठंड में श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला शाम तक सभी घाटों पर स्नान जारी रहा ।
नर्मदापुरम में प्राचीन सेठानी घाट विवेकानंद घाट, परमहंस घाट, कोरीघाट, पर्यटन घाट, बांद्रा बांध संगम समिति जिले भर के घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है ।
यह साल 2024 के अंतिम सोमवती अमावस्या है यहां सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म व सनातनियों के लिए इसलिए भी खास है कि वर्ष 2025 में सोमवती अमावस्या नहीं पढ़ रही है, सनातनियों को इसके लिए 15 जून 2026 का इंतजार करना पड़ेगा ।
घाट पर कथा वाचक पंडित संतोष दुबे ने बताया कि यह सोमवती अमावस इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि चंद्रमा गुरु ग्रह की राशि धनु में गोचर कर रहे हैं इसके साथ ही कुंभ राशि में शुक्रवार शनि की युति है वृद्धि योग धाम योग और मूल नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है जिससे सोमवती अमावस्या का महत्व अधिक बढ़ गया है इस अवसर पर दान पुण्य और पूजा अर्चना करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है ।