रेत ठेका कर्मचारियों द्वारा रॉयल्टी के नाम पर दिए जा रहे हैं अवैध टोकन
वसूली के चलते नागरिकों को मिल रही महंगी रेत
सोहागपुर // ब्लॉक में रेत की दो खदान कथित रूप से घोषित हुई है जिसमें एक रेवा बनखेड़ी तो दूसरी रेवा मोहरी है परंतु ठेकेदारों के कर्मचारियों द्वारा पूरे विधानसभा क्षेत्र से वसूली की जा रही है। एक ट्रैक्टर चालक ने एक कच्ची रसीद बताई जिस पर ट्रैक्टर ट्राली का नंबर अंकित नहीं है केवल महिंद्रा 575 लिखा है जबकि रेत रॉयल्टी रसीद पर ट्रैक्टर ट्राली नंबर लिखना आवश्यक होता है।
सोहागपुर की ट्रालियां 70 फुट से अधिक माल नहीं लाती परंतु कंपनी के कर्मचारी 100 फीट की वसूली कर रहे है। लोडिंग लोकेशन रेवा बनखेड़ी या रेवा मोहारी होना चाहिए परंतु अजबगांव से सोहागपुर का रास्ता दर्शाया जा रहा है। टोकन पर किसी प्रकार की सील कंपनी और माइनिंग विभाग की अंकित नहीं है ना ही किसी माइनिंग विभाग के अधिकारी से अधिकृत कराया गया है। यहां तक की ट्रैक्टर ट्राली मालिक से 1900 प्रति ट्राली वसूले जा रहे हैं यह राशि भी ड्राइवर को दी जाने वाली टोकन रसीद पर अंकित नहीं है। कुल मिलाकर अवैध रूप से रेत का पैसा लेकर सरकार को राजस्व का नुकसान कराया जा रहा है वही आम जनता को अधिक राशि में रेत खरीदना पड़ रहा है अब मकान बनाना गरीबों के लिए महंगा सौदा हो गया है। जानकारी के अनुसार किसी शिवा कंपनी के कर्मचारी वसूली कर रहे हैं जिसमें बड़े-बड़े अनेकों सहभागी है। इस संबंध में जब खनिज विभाग के अधिकारी को सूचना दी गई तो उन्होंने कार्रवाई करने की बजाय ठेकेदारों को ही सूचना दे दी जो पूरी तरह बताता है की माइनिंग विभाग का संरक्षण खुला रूप से इन ठेकेदारों के साथ है। इस मामले में जन प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों को मामला संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।