पढ़े जो ढाई अक्षर कृष्ण, उसे कंठ लगाऊं मै
नर्मदापुरम
पढ़े जो ढाई अक्षर कृष्ण, उसे कंठ लगाऊं मै
नर्मदापुरम। रासलीला के चतुर्थ दिवस गुरुवार को राधारानी के प्रकटोत्सव की लीला के दर्शन हुए।
लीला प्रारंभ पहले हुए रास में भगवान ने भक्तों के प्रकार के बारे में ब्रज के रसिया के माध्यम से बताया कि भक्त कई प्रकार के हुए हैं। इसमें उन्होंने प्रह्लाद, नरसिंह मेहता, मीराबाई, सूरदास, नंदा सेन सहित भक्तों के लिए मैने प्रेम के वश में होकर क्या क्या नहीं किया।
लीला में व्यास पीठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरविंदाचार्य का सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि रास लीला पवित्र प्रेम की पारिसीमा है।