परमारकालीन पुनर्निर्माण मंदिर में 22 जनवरी को विराजेंगे रामलला
रिपोर्टर प्रवीण गौर
*डोलरिया//नर्मदापुरम से प्रवीण गौर की खास खबर*
राम आएंगे तो अंगना सजाएंगे, दीप जलाके दीवाली मनाएंगे, मेरे गांव के भाग्य खुल जाएंगे राम आएंगे…. राम भजन के ये बोल इन दिनों ग्राम गुनौरा की महिलाएं, बच्चें, युवा से लेकर बुजुर्ग तक गुनगुना रहे हैं। गांव में अयोध्या जैसा उत्साह है। गांव में करीब सवा एकड़ परिसर में बने राम मंदिर में अयोध्या राम मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा की शुभ घड़ी में ही गुनौरावासी रामलला को विराजित करेंगे। मंदिर में रामलला के बाल स्वरूप (7 वर्ष) के दर्शन होंगे। प्रतिमा राजस्थान के तलवारा में बन रही है। रामजी के साथ बाल स्वरूप में वीर हनुमान, काकभुशुंडी की प्रतिमा भी स्थापित होगी।
परमार राजा उदयवर्मन ने दान दिया था गांव
गांव के वरिष्ठ दुष्यंत गौर (सेठदादा) बताते हैं भोपाल संग्रहालय में रखे ताम्रपत्र के अनुसार 12वीं शताब्दी में परमार राजा उदयवर्मन ने गुनौरा गांव पुरोहितों को दान दिया था। पुराना मंदिर खपरैल और मिट्टी की जुड़ाई से बना था, जो 2017 में बारिश और बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था। 2010 से मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया। 2019 में राम मंदिर का फैसला आने के बाद सभी ने तय किया अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही मंदिर में भगवान राम की स्थापना की जाएगी।गृहप्रवेश द्वार, मंडप, गुंबज और पहिये की कलाकृति है।
रामलला, हनुमानजी के बालरूप और काकभुशुंडी के दर्शन होंगे। प्रतिमा राजस्थान से लाई जाएगी।
मंदिर में पीतल का चलित राम दरबार भी रहेगा। गांव के धार्मिक कार्यक्रमों में इसे रथ पर रखा जाएगा।
• – मंदिर के वास्तुकार गांव के वरिष्ठ दुष्यंत गौर हैं। मंदिर का निर्माण नर्मदापुरम के मिस्त्री मूलचंद ने किया है।
ऐसे स्वरूप में रहेगी रामलला की प्रतिमा
जनपद सदस्य यशवंत गौर ने बताया गांव में सवा एकड़ परिसर में बने ठाकुरजी रामलला मंदिर और मां खेड़ापति मंदिर में 16 से 22 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होंगे। राममंदिर परिसर में यज्ञशाला बनाई जा रही है। 22 जनवरी की दोपहर अयोध्या के समय ही मंदिर में रामलला के बालस्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा होगी। प्राण प्रतिष्ठा आचार्य अजय दुबे कराएंगे। 7 दिनों तक वृंदावन के संत रामकिशोरी भागवत ज्ञानयज्ञ कराएंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन गांव के सभी घर, मंदिर में दीपक जलाए जाएंगे।