
क्राईम ब्रांच ने योजनाबद्ध तरीके से फ़र्जी प्रमाण पत्र बनाने वाली टीम को पकड़ने का दावा किया
संदीप मेहरा- 8871972050
भोपाल। गत दिनों क्राईम ब्रांच ने योजनाबद्ध तरीके से फ़र्जी प्रमाण पत्र बनाने वाली टीम को पकड़ने का दावा किया । टीम के मुखिया सहित तीन लोगों को गिरफ्तार करने वाली क्राईम ब्रांच अब भी असली जालसाज़ और फ़र्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले गिरोह से कोसों दूर है । इस गैंग का सम्बन्ध कलेक्टर ऑफिस से सीधे तौर पर जुड़ा है । कलेक्टर कार्यालय और पुलिस की नाकामी का असर है कि कलेक्टर ऑफिस में इस जैसे दर्ज़नों लोग बख़ूबी अपने काले कारनामो को अंजाम देते हैँ ।
ज्ञात हो कि क्राइम ब्रांच ने एक युवक को गिरफ्तार किया है जिसके पास से मध्यप्रदेश की तमाम सरकारी सील और दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनके आधार पर फर्जी प्रमाण पत्र बनाया करता था।
एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झारिया के अनुसार सूचना मिली थी कि सैफ खान और उसके साथियों द्वारा अशिक्षित एवं बेरोजगार लोगों से पैसे लेकर फर्जी तरीके से प्रमाण-पत्र बनाए जा रहे हैं।
क्राइम ब्रांच ने एक आरक्षक को पैसे देकर लिली टॉकीज चौराहे पर सैफ खान के पास जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भेजा था। सैफ ने बताए हुए नाम और पते के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनाकर दीपावली के बाद देने की बात कही। सूचना सही पाए जाने पर क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे हिरासत में ले लिया।
एएसपी के अनुसार सैफ खुद ही ग्राहकों की तलाश करता था। वह ही प्रमाण-पत्र के रेट बताता था। जिन लोगों को प्रमाण पत्र की तुरंत आवश्यकता होती थी, वह उनसे दस से पंद्रह हजार रुपए तक वसूल करता था। फर्जी दस्तावेज तैयार करने में कोलार रोड निवासी शशांक पोतदार और राहुल नगर निवासी सुनील कुमार बरखने भी शामिल हैं। शशांक की कोलार रोड इलाके में सील बनाने की दुकान है।
गिरोह का तथाकथित मुखिया सैफ आदतन अपराधी , वाहन चोरी में पहले भी पकड़ाया
सूत्रों के मुताबिक़ कलेक्टर ऑफ़िस में प्रतिदिन मिलने वाला सैफ नामक युवक लगभग 2वर्ष पूर्व अंत्योदय कार्यालय एसपी ऑफ़िस के पीछे की दो पहिए वाहन चोरी के केस में हवालात की हवा खा चुका है । पूर्व में भी उसका आपराधिक रिकॉर्ड है । परन्तु जैल से छूटने के बाद जिस निडरता से वह कलेक्टर ऑफ़िस में अपने काम को अंजाम देता है उसकी जितनी तारीफ़ की जाए उतनी कम है ।
सैफ का बाप भी अपराधी , विरासत में मिला है फर्जीवाड़ा
सूत्रों के मुताबिक़ फ़र्जी प्रमाण पत्र गिरोह के मुखिया सैफ का बाप जावेद का भी अपराध का दुनिया में काफ़ी पुराना दखल है । मालूम हो कि भोपाल से अबु सालेम का दानिश बैग के नाम से राशनकार्ड व अन्य दस्तावेज़ बनवाने में सैफ के पिता जावेद का महत्ती भूमिका रही है । उसके बाद से वर्तमान समय तक वह भी फर्जी दस्तावेज़ निर्माण में खासा दख़ल है । नगर निगम भवन अनुज्ञा शाखा , नजूल और एक वकील के साथ मिलकर जावेद द्वारा फर्जी एनओसी बनवाकर नगर निगम से बिल्डिंग परमिशन का कांड कर चुका है । इस कांड में जावेद सहित एक कथित वकील , नगर निगम के अधिकारी -कमर्चारियों एवं कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी -कर्मचारी शामिल रहे थे । मामले को बख़ूबी दबाया गया था । इस प्रकार अपराधी सैफ को फर्जीवाड़ा विरासत में मिला है ।