इंदिरा कॉलोनी हथवास में कलश यात्रा के साथ शुरू हुई सप्त दिवसीय संगीतमय माँ नर्मदा पुराण कथा
दीपेश पटेल विशेष संवाददाता
पिपरिया। हथवास टोल नाके स्थित इंदिरा कॉलोनी में संगीतमय श्रीमद् माँ नर्मदा महापुराण कथा के प्रथम दिवस खेड़ापति माता मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। सौभाग्यवती महिलाओं ने अपने अपने सिर पर मंगल कलश रख कर के कलश यात्रा को हर्ष उल्लास के साथ मनाया।
यजमान चंदन सिंह ने व्यासपीठ का पूजन किया पूज्य श्री अरविंदाचार्य महाराज ने नर्मदा मैया के प्राकट्य उत्सव की कथा को प्रस्तुत करते हुए कहा – तपस्या के दौरान भगवान शिव के शरीर से पसीने की बूंद निकली उसने एक कन्या का रूप लिया, उस कन्या ने तपस्या की तपस्या के प्रभाव से मनुष्यों के पाप के नाश करने का वरदान भगवान शंकर से प्राप्त किया वही कन्या संसार में धरती पर आकर मैंकल कन्या, रूद्र गंगा एवं नर्मदा के नाम से विख्यात हुई।
नर्मदा की शरण में जाने से मनुष्यों के समस्त पापों का हरण हो जाता है जीवन में मनुष्य कितना ही बड़ा अपराधी हो यदि समर्पण भाव से नर्मदा के किनारे पर खड़े होकर एक बार दोनों हाथ उठाकर हर हर नर्मदे बोल देता है तो उसके 30 जन्मो के पापों का विनाश हो जाता है ।
स्कंद पुराण के अंतर्गत एक रेवा खंड है उसी का नाम नर्मदा पुराण हो गया वेदव्यास जी ने अपने शिष्य परंपरा के अधिकारी को सुनाया उनके द्वारा महर्षि मार्कंडेय ने सुना, ब्रह्म ऋषि मार्कंडेय ने पांचों पांडवों को सुनाया यहां से नर्मदा पुराण का सप्त कल्प गामिनी ,मगर वाहिनी नर्मदा का चरित्र प्रारंभ होता है ।
माँ नर्मदा पूराण कथा का प्रतिदिन दोपबत 2:00 से 5:00 बजे तक हथवास स्थित इंदिरा कॉलोनी में चल रही है।
यजमान विश्वकर्मा परिवार ने समस्त श्रद्धालुओं से कथा में उपस्थित होने के लिए विनम्र निवेदन किया।