विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया

 

 

(आकाश पाठे जिला ब्यूरो चीफ छिन्दवाड़ा)

 

छिंदवाड़ा/दमुआ: विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम के साथ गोंडवाना महासभा भवन दमुआ में बुधवार को मनाया गया।कार्यक्रम के.आर.परतेती के मुख्यातिथ्य में हुआ। अध्यक्षता शिवलाल उइके ने की।कार्यक्रम की शुरुआत बड़ादेव की पूजा अर्चना के पश्चात रैली गोंडवाना महासभा भवन से खेड़ापति माता मंदिर,8न.प्रीति पूल, दमुआ में मार्केट,इंदिरा चौक नगर भ्रमण करते हुए दमुआ थाना पहुँच कर दस सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौपा।ज्ञापन सौपने के पश्चात रैली सारणी स्टेट हाइवे रामनगर होते हुए गोंडवाना महासभा भवन पहुँची। जहां मंचीय कार्यक्रम किया गया।विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी संस्कृति, वेशभूषा, नृत्य आदि का परिचय दिया गया।साथ ही प्रमुख रूप से वक्ताओं के द्वारा संबोधित करते हुए अपने विचार रखे।जिसमें गोंडी संस्कृति, रीति रिवाज, महुआ फूल, पीले रंग की विशेषता पर अपना वक्तव्य रखा।एवं विश्व आदिवासी दिवस क्यों और कैसे विषय पर अपनी बात रखी।

 

 

 

*सांस्कृतिक नृत्य रहे आकर्षण का केंद्र*

आदिवासी समाज द्वारा निकाली गई रैली में आदिवासी पारम्परिक गानो के साथ आदिवासी पारम्परिक नृत्य ने सभी का मन मोह लिया।जिस पर आदिवासी समाज के लोग जमकर झूम उठे। नृत्य, संस्कृति, पारंपरिक आदिवासियों की प्रभावशीलता को देखते हुए दमुआ के स्थानीय नेताओं द्वारा आदिवासी समाज के लोगो का तिलक लगाकर स्वागत किया एवं विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी साथ ही स्वल्पाहार भी करवाया।सांस्कृतिक कार्यक्रम में युवा व नन्हे बच्चों ने अपनी प्रस्तुति प्रदान की।जिसमें आदिवासी पारम्परिक गीतों पर पारंपरिक नृत्य किया गया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने खूब तालियां बटोरी।कार्यक्रम में मंच संचालन श्री प्रसाद कुमरे,सुनील कुमरे व कृष्णा धुर्वे द्वारा अपनी अहम भूमिका निभाई एवं भंडारा भी किया गया

 

*कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित*

 

विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के.आर.परतेती(गोंडवाना फाउंडर),सी.एल.ठाकुर(गोंडवाना अधिकारी/कर्मचारी संघ मध्यप्रेदश संस्थापक,बलदास डेहरिया(एडवोकेट) कार्यक्रम अध्यक्ष शिवलाल उइके(ब्लाक अध्यक्ष गोंडवाना महासभा),सुनिल उइके(विधायक जुन्नारदेव),आशीष ठाकुर(पूर्व जुन्नारदेव विधानसभा प्रत्यासी),किरण खातरकर (अध्यक्ष नगर पालिका दमुआ) कमलेश उइके (जिला पंचायत सदस्य)सविता बोसम(जनपद पंचायत अध्यक्ष जुन्नारदेव) सहपाल शाह टेकाम(प्रदेश अध्यक्ष गोंडवाना अधिकारी/कर्मचारी संघ मध्यप्रदेश),हरिराम सल्लाम(प्रदेश उपाध्यक्ष गोंडवाना अधिकारी कर्मचारी संघ मध्यप्रदेश),कुस्तरिया सगन नर्रे(ग्राम पंचायत इकलामासानी)सियावती कंचन शाह नर्रे(सरपंच ग्राम पंचायत गोप),स्वरूपा नर्रे(सरपंच ग्राम पंचायत करैया)राकेश टेकाम सरपंच ग्राम पंचायत बिछुआ)अशोक मर्सकोले(ब्लाक अध्यक्ष गोंगपा दमुआ),संजू धुर्वे,राकेश धुर्वे(ब्लाक अध्यक्ष गोंडवाना अधिकारी/कर्मचारी संघ दमुआ),रोहित धुर्वे,सुक लाल मर्सकोले,सन्नी परतेती,सबुलाल परतेती,शिवनंद धुर्वे,सुमित कुमरे सहित भारी संख्या में आदिवासी सगा समाज उपस्थित रहा।

 

 

 

*इन मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौपा गया*

 

आदिवासी सगा समाज द्वारा महामहिम राज्यपाल के नाम नायब तहसीलदार राजीव नेमा को दस सूत्रीय मांगों लेकर ज्ञापन सौपा गया जिसमें(1)मध्यप्रदेश जिला छिन्दवाड़ा तहसील जुन्नारदेव के ग्राम ब्रजपुरा,खपासूरजु,सेमरकुही,माडई,नंदोरा,दमुआ,करैया, करमोहनीबंदी,धुंदमंगल,भावईकला अंतगर्त प्रस्तावित बांध को रोका जाए।क्योकि अनुच्छेद 31C के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण नही की जा सकती -भूमि अधिग्रहण विधि के अनुसार धारा 41(1) में आदिवासी क्षेत्रों में जमीन अधिग्रहण से रोक गया है और आदिवासी के अनुमति बिना एवं ग्राम सभा की अनुमति के बगैर कोई भी कार्यवाही की जायेगी जो विधि प्रतिकूल होगी।

 

(2) मणिपुर प्रदेश में आदिवासियों के साथ हो रही जाति हिंसा को रोका जावे एवं अपराधियों की पहचान कर कठोर कार्यवाही की जावे।

 

(3) मध्यप्रदेश जिला छिंदवाड़ा के तहसील पांढुर्णा को जिला बनने से रोका जावे-यह आदिवासियों के साथ छलावा है जिले में आदिवासियों की संख्या कम होगी जिससे जिला अनुसूचित क्षेत्र में नही आवेगा इसलिए गोंडवाना महासभा पांढुर्णा को जिला बनाने का विरोध करती हैं।

 

(4) अन्य धर्मों की तरह गोंडी धर्म(प्राकृतिक धर्म) को मान्यता दे एवं धर्म कोड कालम प्रदान किया जावे।

 

(5) गोंडी भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल कर प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में जोड़ा जावे।

 

(6) मध्यप्रदेश के हर जिले में टी. एस. सी.कमेटी का गठन किया जावे।

 

(7) यू.सी.सी.अधिनियम आदिवासियों पर लागू न किया जावे।

 

(8) बफरजोन में तहसील जुन्नारदेव जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के पाचवी अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत आलमोद जागीर,बगोली,वरुण,कुचिकोह,सिलसिली,धवासी,गंगवानी,कुकरपानी सहित लगभग सौ ग्रामो में शेर पालने के उद्देश्य से बफरजोन के नामों से ग्रामो विस्थापित किया जा रहा है।उसे रोका जावे।पाचवी अनुसूची क्षेत्र में शासन की कार्यवाही लागू नही होती है।यह अनुच्छेद 31C के प्रतिकूल है

 

(9)गोप स्वस्थ केंद्र में हॉस्पिटल निवास तो है लेकिन एक भी अधिकारी डॉक्टर कर्मचारी हॉस्पिटल में उपलब्ध नही है।जिससे बीस ग्रामो के लोगो को स्वास्थ्य सुविधा नही मिल रही है तत्काल डॉक्टर कर्मचारियो की नियुक्ति किया जावे।

 

(10)विश्व आदिवासी दिवस(मूल निवासी दिवस) को शासकीय अवकाश घोषित किया जावे।

जवाब जरूर दे 

आपके शहर में विकास की गति है

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Back to top button
Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129