कांग्रेसियों ने थामा बाड़ी किसानों का हाथ , बर्बाद हुई देनवा किनारे लगी बाड़ी फसल उचित मुआवजे की रखी मांग
विशेष संवाददाता दीपेश पटेल
कांग्रेसियों ने थामा बाड़ी किसानों का हाथ , बर्बाद हुई देनवा किनारे लगी बाड़ी फसल उचित मुआवजे की रखी मांग
पिपरिया। गुरुवार को दर्जनों किसान एवं कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे यहां पहुंच अनुविभागीय अधिकारी को किसानो की समस्या को लेकर एक ज्ञापन सौपा गया ज्ञापन के माध्यम से बताया गया की ये सभी किसान बघु कई पीडियो से देनवा नदी की रेत पर डांगरा, ककड़ी, तरबूजा आदि की फसल लगाकर जीवन यापन करते है। इस बार भी हमने देनवा नदी की रेत को फसल योग्य बनाकर फसल लगाकर उसमे खाद बीज आदि लागत लगाकर तैयार की थी फसल पककर तैयार हुई थी और बिन मौसम बरसात होने के कारण देनवा नदी में पानी के बहाव से फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई जिससे हम सभी किसान बंधुओं ने जैसे तैसे पैसे उधार लेकर फसल लगाई हुई थी। और अचानक सारी फसल पानी के तेज बहाव के कारण बर्बाद हो गई। जिससे सभी किसानों के सामने संकट आ गया है। आज सभी किसान बर्बाद हो गये है और शासन प्रशासन की और आशा भरी निगाहों देख रहे है कि शासन प्रशासन उचित मुआवजा राशि प्रदान करे।
जैसा कि मटकुली एवं आसपास के ग्रामों में देखने को मिला है कि जमीनों के रिकार्ड में बहुत बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। कृपया कर इस और ध्यान देकर इन किसानो की सहायता कर उनके रिकार्ड दुरस्त करें।
मटकुली के आसपास के ग्रामों में पक्की सड़के नहीं बनी है। उन ग्रामों में शीघ्र सड़क बनवाकर इन ग्रामों में आवागन में जो परेशानी हो रही है उनको मुख्य सड़कों से
जोड़कर इन ग्रामीणोजनों के आवागमन की समस्या को दूर किया जावे । वेमौसम बरिस से क्षेत्र के किसानों से मूंग की फसल खराब हो गई थी जिन किसानों की फसलें खराब हुई है उन किसानों का सर्वे कराकर उन्हें मुआवजा दिलाया जाए ।
साथ ही अघोषित बिजली कटोती से क्षेत्र के सभी किसान परेशान है यदि 10 से 15 दिन जो शेड्यूल के हिसाब से नियमित बिजली मिल जाये तो किसान अपनी फसल पकाने में कामयाब हो जायेगा।
मटकुली के आसपास एवं मटकुली के अंदर हाईवे मुख्य मार्ग पर जो सरकारी सम्पत्तिया पड़ी है उन पर गैर कानूनी तरीके से पटटे देकर कुछ चुनिंदा लोगों को फयादा पहुंचा जा रहा है। जो कि गैरकानूनी है। ऐसे लोगों के पटटे निरस्त कर कठोर कार्यावाही की जावे।