महेंद्र कुमार लोक सेवा आयोग परीक्षा से वैज्ञानिक अधिकारी पद पर चयनित!
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पिपरिया।मप्र लोकसेवा आयोग की परीक्षा में ग्राम हथवास निवासी महेंद्र कुमार(29 वर्ष) ने अथक परिश्रम से वैज्ञानिक अधिकारी पद हासिल करने में सफलता प्राप्त की है।खास बात यह है कि छात्र ने अनुसूचित जाति वर्ग में एक मात्र पद पर बिना किसी कोचिंग के यह सफलता अर्जित की है।छात्र को प्रदेश भर से बधाइयों का तांता लगा है।
मेधावी छात्र महेंद्र कुमार ने बताया कि एमपीपीएससी के द्वारा वर्ष 2021 में वैज्ञानिक पदों की भर्ती परीक्षा के 13 पदों के लिए आवेदन बुलाए थे। इसमें लिखित परीक्षा ना होकर सीधे साक्षात्कार लिए गए।परीक्षा 13 पदों के लिए हुई।एससी के दो पद थे।एक पुरुष और एक महिला हेतु आरक्षित था।जिसमें पुरुष वर्ग के एकमात्र पद पर उनका चयन हुआ है।आयोग के इंदौर कार्यालय में 1मार्च को उनके साथ लगभग 70 से अधिक परीक्षार्थियों ने साक्षात्कार दिए।तीन मार्च को जारी अंतिम परिणाम में उनका नाम आया है। साक्षात्कार में उनसे पीएचडी के उनके विषय ट्यूबरक्यूलोसिस पैथोजनेसिस और जहां से पढ़ रहे हैं उस संस्थान नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस (एनसीसीएस पुणे) के बारे में प्रश्न पूछे गए थे। इंटरव्यू में उन्हें 100 में से 74 अंक प्राप्त हुए हैं।वे इंदिरा कालोनी हथवास निवासी मजदूर पिता सी एल बमोरीया “बौद्ध” और श्रीमती विमला बाई बमोरीया के तीसरे नंबर के बेटे हैं।परिवार में बड़े भाई तरुण कुमार गोविंदपुरा में भाभी श्रीमती ज्योति रानी भोपाल में पुलिस आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं।दूसरे क्रम के भाई मुकेश और श्रीमती शारदा परिवार के सभी काम संभालते हैं।उनका छोटा भाई वीरेन्द्र जिला न्यायालय भोपाल में वकालत की प्रैक्टिस कर रहा है। मेधावी छात्र महेंद्र ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय पवारखेड़ा से हुई है।शासकीय शहीद भगतसिंह पी जी कालेज पिपरिया से 2014 में बीएससी और डाक्टर हरिसिंह गौर सेंट्रल विश्वविद्यालय सागर से 2016 में बायोटेक्नोलॉजी विषय में एमएससी की है।इसके अलावा 2016 में लाइफ साइंस विषय में यूजीसी नेट और गेट की परीक्षा पास की है।वर्तमान में टी बी रोग विषय पर एनसीसीएस पुणे से उनकी पीएचडी चल रही है जो अंतिम पड़ाव पर है।आगे उनकी कोशिश रिसर्च के क्षेत्र में ही जाने की होगी।उन्होंने इस सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत,जुनून, उचित समय प्रबन्धन,माता पिता,परिजनों,गुरुजनों और मित्रों को दिया है।
एमपीपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र छात्राओं और युवाओं को अपने संदेश में महेंद्र ने कहा कि अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत, उचित समय प्रबन्धन और पूरे आत्मविश्वास के साथ जुटे रहें,एक दिन सफल अवश्य हो जाएंगे।उन्होंने कहा कि इस सफलता के लिए जितना कड़ा परिश्रम मैंने किया है उससे कहीं ज्यादा तपस्या उनके परिवार वालों ने की है।इस सफलता पर गुरुजनों,सहपाठियों, मित्रों, शुभचिंतकों और परिजनों द्वारा उन्हें बधाइयों का तांता लगा है।सभी ने बधाई के साथ उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।