बालिका शिक्षा के लिए नर्मदापुरम का ग्राम बैठा धरने पर, ग्रामवासियों ने की हाईसेकेंडरी स्कूल की मांग
नर्मदापुरम –बालिका शिक्षा के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत नई नई रणनीति तैयार कर इन्हें शिक्षित बनाने योजनाएं चला रही है यहां तक शासकीय स्कूलों को और भी बेहतर बनाने के लिए इन्हें सीएम राइस स्कूल बनाया जा रहा है जिससे बच्चे उच्च शिक्षा के साथ अन्य विधियों में भी निपुण हो सके। इससे और बेहतर बालिका शिक्षा की ओर ध्यान दिया जा रहा है मगर कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां बच्चियां शिक्षा और व्यवस्था के अभाव में अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ घर का ही काम काज संभालने के लिए विवश होती दिखाई दे रही है ।
ऐसा ही एक मामला सामने आया जब जिला नर्मदापुरम तहसील बनखेडी से 25 किमी जिले के अंतिम छोर पर वसा ग्राम पंचायत “डूमर” जहाँ पर बच्चों की शिक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल उठ रहा है । ग्राम के नागरिकों ने शासन प्रशासन से गुहार लगाने के बाद अब मीडिया के माध्यम से यह बात रखी जा रही है कि गाँव में हाईसेकेंडरी स्कूल न होने के कारण गाँव की बेटीयो को 10 वी पास होने के बाद मजबूरन घर बैठना पडता है क्योंकि यहाँ पर कक्षा पहली से दसवीं तक हाईस्कूल तो है पर इससे आगे की पढ़ाई के लिए हाईसेकेंडरी स्कूल की व्यवस्था नहीं होने पर छात्राओं की पढ़ाई बंद हो जाती है । वही गाँव के हाईस्कूल में पदस्थ शिक्षक महेश बसेडिया द्वारा बताया गया कि यहाँ के हाईस्कूल में 250 दर्ज संख्या है जिसमें सबसे अधिक संख्या छात्राओं की है उन्होंने बताया कि हाईस्कूल डूमर में हर साल यहाँ के विधार्थी शत प्रतिशत अंको पास होते हैं और बताया कि यह समस्या सिर्फ डूमर की छात्राओं की नहीं है डूमर के आसपास 12 गाँव जहाँ से छात्र छात्रा डूमर के हाईस्कूल में पढ़ने आते है पर हाईसेकेंडरी स्कूल न होने के कारण लडके तो कहीं न कहीं चले ही जाते हैं लेकिन बेटियों के लिए यह सबसे बड़ी चुन्नौती है जिसके कारण डूमर व डूमर के आसपास गाँव की छात्राओं की आगे की पढ़ाई खत्म हो जाती है वह अपने आने वाले भविष्य के लिए कुछ नहीं कर सकते हैं डूमर के आसपास 25-30 किमी के दायरे में कोई भी हाईसेकेंडरी स्कूल नहीं है जिसके कारण गाँव की बेटियों के लिए यह एक समस्या है इसलिए गाँव वासियों ने अनुरोध किया है कि अगर प्रशासन ग्राम डूमर में हाईसेकेंडरी स्कूल की व्यवस्था करें तो इस क्षेत्र हर घर से हर गरीब की बेटी अपने आने वाले कल के लिए बहुत कुछ बड़ा कर सकती है! विधालय की छात्राओं द्वारा तथा गाँव की महिलाओं ने भी इस उचित मांग को जल्द से जल्द पूरी करने की इच्छा जाहिर की है ताकि हमारी बेटियां आगे पढ सकें कुछ आगे कर सकें! इसी समस्या को लेकर ग्राम के सभी नागरिकों ने आने वाले मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने की बात कही!