जिला खनिज अधिकारी के निर्देश के बाद भी नागवंशी नही कर रहे स्टोन क्रेशर संचालक पर कार्यवाही
( ओकेश नाइक जिला ब्यूरो चीफ बैतूल )
आमला _ बालाजी स्टोन क्रेशर संचालक द्वारा खनिज नियमो का पालन न करते हुए अपनी मनमर्जी चलाई जा रही है वही जिला खनिज अधिकारी द्वारा क्रेशर की जांच और कार्यवाही के दिए निर्देशो के बाद भी भगवत नागवंशी लगभग 1 सप्ताह होने पर भी सबंधित क्रेशर का जांच प्रतिवेदन जिला खनिज अधिकारी को सौप नही पाए है ।
गौरतलब है की पंखा नेशनल हाइवे के पास पिछले कई वर्षो से बालाजी स्टोन क्रेशर संचालक खनिज नियमो को ताक पर रखकर खनिज विभाग की आखों में धूल झोंककर क्रेशर संचालन करते रहे है वही खनिज विभाग के कुछ कर्मचारी अधिकारियो का पूर्ण संरक्षण स्टोन संचालक को बराबर प्राप्त होते रहा है ।
ताजा मामला बालाजी स्टोन क्रेशर की खदान के चारो तरफ पक्की फेंसिंग और सुरक्षा इंतजाम नियमो के अनुसार नही होने का था, जिला खनिज अधिकारी मनीष पलेवार द्वारा स्टोन क्रेशर की जांच और कार्यवाही के लिए नोटिस भी जारी किया गया लेकिन खनिज अधिकारी भगवत नागवंशी द्वारा कार्यवाही करने अथवा जांच कर जिला खनिज अधिकारी को प्रतिवेदन सोपने के बजाए क्रेशर संचालकों के सुर में सुर और राग अलापा जा रहा है । अधिकारी नागवंशी का कहना है की खदान के पास खंबे खड़े है जिसमे तार लगाने का कार्य बाकी है बाद में भी किया जा सकता है और जांच कर ली गई है प्रतिवेदन अपने हिसाब से अधिकारी को सौप देगे ।
खदान के आस पास से दो मार्ग है जहा से किसानों की आवाजाही होती है दोपहिया वाहन लेकर लोग आना जाना करते है मवेशी चरते है फेंसिंग नही रहने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है लेकिन खनिज अधिकारी को इससे कोई लेना देना नही है उन्हे तो संचालक के हिसाब से ही जबाबदेही करनी है ।
ब्लास्टिंग से परेशान ग्रामीण
उल्लेखनीय होगा की बालाजी स्टोन क्रेशर के आसपास के ग्राम बोथिया ब्राह्मणवाडा मदानीढाणा सहित अन्य ग्राम के लोग क्रेशर में की जाने वाली अवैध ब्लास्टिंग से परेशान है । ग्रामीण कमलेश, माखन सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया क्रेशर में बड़ी ब्लास्टिंग की जाती है जिससे ग्राम बोथिया और आसपास के ढाने में ब्लास्टिंग के समय दीवार और छत में जमीन में जमकर कंपन होता है घर में रखे बर्तन गिर जाते है अधिकतर घरों की छत दीवार में दरार आ चुकी है ट्यूबवेल बैठ गए वाटर लेवल कम हो चुका है कई मर्तबा पंचायत में भी शिकायते की गई लेकिन कोई हल नहीं निकला ।